बदरीनाथ (चमोली) । भू-बैकुंठ के नाम से विश्व विख्यात श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 17
प्रात: पांच बजे हमेशा की तरह बदरीनाथ मंदिर के द्वार खोले गए। इस दौरान रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने भगवान का अभिषेक किया। भगवान की मूर्ति से समस्त आभूषणों को उतार कर उसका फूलों से श्रृंगार किया। इस दिन को फूल श्रृंगार दिवस के नाम से भी जाना जाता है।
इस वर्ष चार लाख श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। इससे बदरी-केदार मंदिर समिति को छह करोड़ रुपये की आय हुई। गौरतलब है कि गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट पहले ही बंद किए जा चुके हैं। इसी के साथ चार धाम यात्रा भी संपन्न हो गई।
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