देहरादून। उत्तराखंड में किसानों का आंदोलन लगातार जोर पकड़ता जा रहा है, जिससे सरकार में खलबली मच गई है। किसानों ने ‘भारत बंद’ से दो दिन पहले ही शनिवार को राजधानी देहरादून में हुंकार भरी और शहर को पूरी तरह जाम कर दिया। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों के आंदोलन राज्य भर में जगह जगह चल रहे हैं। मोर्चा के प्रमुख नेता राकेश टिकैत भी राज्य में कई दौरे कर चुके हैं।
तीनों कृषि कानून वापस करने सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर बड़ी संख्या में किसान शनिवार को देहरादून में ट्रैक्टर- ट्रालियां और अन्य वाहन लेकर प्रदर्शन के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उनके वाहनों को पटेलनगर बाजार चौकी पर ही रोक दिया। वहां से किसान पैदल ही डीएम ऑफिस की ओर पहुंचे। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जगह -जगह जमकर नोकझोंक भी हुई। करीब तीन घंटे प्रदर्शन के बाद किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
राज्य में किसानों के लगातार बढ़ते धरना प्रदर्शनों से सत्तारूढ़ भाजपा के हाथ पैर फूल गए हैं, क्योंकि किसान अपनी बदहाली के लिए सीधे भाजपा पर ही निशाना साध कर रहे हैं। हालत यह हो गई है कि सरकार को अपना कुनबा संभालने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। चर्चा है कि सरकार के कई विधायक- मंत्रीगण पाला बदलने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं।
मंत्री यशपाल आर्य और उनके विधायक पुत्र चल रहे नाराजः सियासी गलियारों में चर्चा गर्म है कि उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य स्वयं को भाजपा में असहज महसूस करते हुए कांग्रेस में घर वापसी कर सकते हैं। चर्चा इतनी गर्म थी कि शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं दौड़कर यशपाल आर्य के आवास पर पहुंचे और उनकी मान मनौव्वल की। इस मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री और यशपाल आर्य दोनों ने सारी अटकलबाजियों को निराधार करार देते हुए सब ठीक ठाक होने की बात कही।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी कई बार संकेत दे चुके हैं कि पूर्व में कांग्रेस से भाजपा में गए अनेक विधायक घर वापसी करने को तैयार हैं। इनमें आर्य पिता- पुत्र का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इस घर वापसी में फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रोड़ा बने हुए हैं। वे हाल ही में इन विधायकों को ‘उजाड़ू बल्द’ कह कर संबोधित कर चुके हैं।
भाजपा के कई बड़े नेताओं के भी कांग्रेस के संपर्क में होने की चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि अक्तूबर माह में कोई बड़ा धमाका होने वाला है। सरकार पूरी ताकत से स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहा है।
किसान महापंचायत से भड़के भाजपा नेता गाली-गलौज व धमकी पर उतरेः हाल ही में हरिद्वार के लक्सर में हुई किसान महापंचायत में गए एक व्यक्ति जितेंद्र चौधरी ने महापंचायत के फोटो अपने व्हाट्सएप स्टेट्स व फेसबुक पर अपलोड किए तो रुड़की का एक भाजपा नेता वासु सैनी इस कदर भड़क उठा कि उसने सोशल मीडिया में ही उसे गालियां और धमकियां देनी शुरू कर दीं। मामला इतना बढ़ गया कि जितेंद्र चौधरी को पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करानी पड़ी। ज्वालापुर कोतवाल चंद्र चंद्राकर नैथानी ने बताया कि पुलिस ने भाजपा नेता वासु सैनी के खिलाफ गाली- गलौज व धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।