कुल्लू। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के 25-26 सितंबर को कुल्लू में आयोजित 17वें हिमाचल प्रदेश राज्य सम्मेलन के अंतिम चरण में राज्य कमेटी ने डा. ओंकार शाद को फिर से पार्टी का राज्य सचिव चुन लिया। डा. शाद लगातार दूसरी बार राज्य सचिव चुने गए हैं। राज्य कमेटी ने 7 सदस्यीय सचिवालय मंडल का भी गठन किया, जिसमें डॉ. ओंकार शाद के अतिरिक्त राकेश सिंघा, डॉ. कश्मीर ठाकुर, कुशाल भारद्वाज, प्रेम गौतम, डॉ. कुलदीप सिंह तनवर और संजय चौहान चुने गए हैं।
पार्टी के राज्य सम्मेलन ने इससे पूर्व सर्वसम्मति से 30 सदस्यीय राज्य कमेटी तथा एक स्थाई आमंत्रित सदस्य का चयन किया, जिसमें उक्त सात सदस्यीय सचिवालय मंडल के अलावा जगत राम, डॉ. राजेंद्र चौहान, विश्वनाथ, सतपाल, होतम सोंखला, नारायण चौहान, भूपेंद्र सिंह, रविन्द्र कुमार, विजेन्द्र मेहरा, जोगिन्दर कुमार, अशोक कटोच, फालमा चौहान, देवकी नंद, संतोष कपूर, जयवंती, सुदेश कुमारी, सत्यवान पुंडीर, विजय शर्मा, राजेन्द्र ठाकुर, महेन्द्र राणा, नरेन्द्र कुमार, मोहित वर्मा व के.के. राणा को चुना गया। राम सिंह को राज्य कमेटी में स्थायी आमंत्रित सदस्य चुना गया है।
माकपा के राज्य सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित किये गये, जिसमें श्रम कानूनों में बदलाव, महिलाओं के मुद्दों व मांगों, दलितों की समस्याओं एवं मांगों, नई शिक्षा नीति, बेरोजगारी, भूमि अधिग्रहण, कृषि, बागवानी, पशुपालन संबंधित समस्याओं और निजीकरण व मौद्रीकरण का हर स्तर पर कड़ा विरोध करने का संकल्प लिया गया है।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के 17वें हिमाचल प्रदेश राज्य सम्मेलन का उद्घाटन 25 सितम्बर को पोलित ब्यूरो सदस्य का. तपन सेन ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा एवं एनडीए सरकार देश के संसाधनों एवं संपत्तियों को चहेते पूंजीपतियों को लुटवा रही है। आम जनता में इन नीतियों से जो आक्रोश पैदा हो रहा है, उसे सांप्रदायिक व जातिवादी उन्माद पैदा कर मोड़ने की कोशिशें की जा रही हैं।
तपन सेन ने कहा कि देश में तानाशाहीपूर्ण ढंग से जनविरोधी कानून बनाकर जनता के अधिकारों को कुचला जा रहा है। देश की एकता एवं अखंडता को लगातार खतरा बढ़ रहा है। देश के समक्ष इन चुनौतियों का एक मजबूत कम्युनिस्ट पार्टी ही मुकाबला कर सकती है। वर्तमान पूंजीवादी, भूस्वामी व साम्राज्यवादी व्यवस्था को बदलने के लिए जनता के संघर्षों को लामबंद करना जरूरी है। उन्होने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों को जनता के बीच रह कर उनके संघर्षों को संगठित करना होगा। यदि पूरी शिद्दत से ऐसा किया जाए तो हम हिमाचल प्रदेश में भी पूंजीवादी ताकतों के संतुलन को बदल सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में लोग एक जनवादी विकल्प की तलाश में हैं और हमारी पार्टी ऐसा विकल्प बनने का मादा रखती है। उन्होंने जोर दिया कि हमें पार्टी की स्वतंत्र ताकत बढ़ाने और वाम जनवादी मोर्चे को मजबूत बनाने की दिशा में अपनी सारी शक्ति को केंद्रित करना होगा।
सम्मेलन में राज्य कमेटी की तरफ से राज्य सचिव डॉ. ओंकार शाद ने राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांगठनिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिस पर राज्य कमेटी के सदस्यों को छोड़ कर लगभग 170 प्रतिनिधियों ने ग्रुप चर्चा की तथा अलग- अलग प्रतिनिधि मंडलों की तरफ से तय किये गये वक्ताओं ने मंच से भी इस रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा की और महत्वपूर्ण सुझाव देकर रिपोर्ट को समृद्ध बनाया। विस्तृत चर्चा के बाद राजनीतिक सांगठनिक रिपोर्ट सर्वसम्मति से पारित किया गया।
कुल्लू में आयोजित इस सम्मेलन को हर लिहाज़ से सफल बनाने के लिए सम्मेलन में मौजूद सभी प्रतिनिधियों ने पार्टी की कुल्लू जिला कमेटी, कुल्लू जिला के सभी पार्टी सदस्यों व हमदर्दों का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ धन्यवाद किया।