Advertising

बदरीनाथ धामः बर्फ की गोद में भक्तिरस का आनंद

गोपेश्वर। करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हो चुके हैं। शीघ्र ही यह क्षेत्र बर्फ की मोटी चादर से ढक

Advertisement
जाएगा और तापमान माइनस 20 डिग्री तक पहुंच जाएगा। लेकिन कुछ तपस्वी ऐसे भी हैं जो इस जमा देने वाली ठंड में भी यहां भक्ति में लीन रहेंगे। प्रशासन ने इस बार 13 साधुओं को बदरीधाम में ठहरने की इजाजत दी है। वस्त्र के नाम पर ये केवल कंबल लपेटे हैं और कुछ तो दिगंबर रूप में ही यहां रह रहे हैं।

सर्दियों में जब बदरीनाथ धाम सहित यह पूरा उच्च हिमालयी क्षेत्र चार से छह फुट बर्फ से ढक जाता है और पारा भी माइनस 20 डिग्री पर पहुंच जाता है, ऐसे में भी ये साधक अपनी साधना की अलख जगाए रखते हैं। जर्जर काया पर लंबी दाढ़ी इनके जुनून को बयां करने के लिए काफी है। इन्हीं में से एक हैं 52 साल के अमृतानंद। अपना मूल नाम और गांव उजागर करने से इन्कार करते हुए वे कहते हैं कि ‘माया के बंधन को तोड़ हम यहां तक पहुंचे हैं, अब उस पर चर्चा करने से क्या लाभ।’ वह बताते हैं कि- ‘हम 12 वर्षो से यहां रह रहे हैं। संकल्प लिया था, उसे पूरा कर रहा हूं।‘ दस वर्षों से बदरीनाथ में तपश्चर्या में लीन 58 वर्षीय स्वामी सुखरामाचार्य दास त्यागी भी यही दोहराते हैं। उनका कहना है कि ‘जिस दिन गेरुवा वस्त्र धारण किया तभी घर, संसार त्यागकर भगवान के चरणों में अपने को समर्पित कर दिया था।’ भोजन व्यवस्था को लेकर ये तपस्वी बताते हैं कि आमतौर पर वे एक ही समय भोजन करते हैं, इसीलिए ज्यादा खाद्य सामाग्री की जरूरत नहीं पड़ती। इतना जरूर है कि खाद्य सामाग्री वे कपाट बंद होने से पहले जमा कर लेते हैं।

12 वर्षो से तप कर रहे 34 वर्षीय युवा साधु धर्मराज भारती उर्फ मौनी बाबा किसी से बात नहीं करते। एक अन्य साधु धर्मराज भारती बताते हैं कि उन्होंने भी वर्ष 2010 तक 12 वर्ष मौन रखा। संकल्प पूरा होने के बाद हरिद्वार कुंभ में स्नान किया। मौनी बाबा का कहना है कि इस धरती पर बदरीनाथ धाम ही तप करने के लिए सही जगह है। ये साधु गुफाओं और धर्मशालाओं में रहकर साधना करते हैं। शीतकाल में जब अलकनंदा भी ठोस बर्फ में बदल जाती है तो बर्फ खुरच कर पीने के पानी की व्यवस्था की जाती है।

जोशीमठ के उपजिलाधिकारी एके नौटियाल बताते हैं कि बदरीनाथ में रहने के लिए साधुओं को विशेष अनुमति लेनी होती है। इसके लिए हर साल साधुओं की गोपनीय रिपोर्ट ली जाती है। इस बार 13 साधुओं को यहां ठहरने की इजाजत दी गई है।

एच. आनंद शर्मा

H. Anand Sharma is active in journalism since 1988. During this period he worked in AIR Shimla, daily Punjab Kesari, Dainik Divya Himachal, daily Amar Ujala and a fortnightly magazine Janpaksh mail in various positions in field and desk. Since September 2011, he is operating himnewspost.com a news portal from Shimla (HP).

Recent Posts

पं नेहरू के प्रति मेरे मन में पूरा सम्मानः शांता कुमार

धर्मशाला। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि पालमपुर नगर… Read More

5 months ago

मणिकर्ण में आग लगने से दो मंजिला मकान जलकर राख

कुल्लू। जिला कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के गांव सरानाहुली में बुधवार रात को दो मंजिला… Read More

5 months ago

फासीवाद बनाम प्रगतिशील

फासीवाद और प्रगतिशील दोनों विपरीत विचारधाराएं हैं। एक घोर संकीर्णवादी है तो दूसरी समाज में… Read More

5 months ago

वाईब्रेंट विलेज नमग्या पहुंचे राज्यपाल, स्थानीय संस्कृति एवं आतिथ्य की सराहना की

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत किन्नौर जिला के सीमावर्ती… Read More

7 months ago

दुग्ध उत्पादकों के लिए जुमलेबाज ही साबित हुई सुक्खू सरकार

रामपुर। कांग्रेस ने चुनाव के दौरान 80 व 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से… Read More

11 months ago

खुलासाः मानव भारती विवि ने ही बनाई थीं हजारों फर्जी डिग्रियां

शिमला। मानव भारती निजी विश्वविद्यालय के नाम से जारी हुई फर्जी डिग्रियों में इसी विवि… Read More

11 months ago
Advertisement