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चमोली (गोपेश्वर)। उत्तराखंड में शराबबंदी के लिए पूरी शिद्दत से जूझ रहीं पहाड़ी महिलाओं ने एकाएक राजनीतिक दलों को भी सकते में ला दिया है। महिलाओं ने घोषणा की है कि चुनाव के दौरान जो भी दल एवं प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए शराब बांटते पाए जाएंगे, उनके पक्ष में कतई मतदान नहीं किया जाएगा और यही नहीं ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
पंचायती राज संस्थाओं चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही चमोली जनपद में महिलाओं ने अपनी शराब विरोधी मुहिम भी तेज कर दी है। यहां खल्ला गांव की महिलाएं चुनाव में शराब पर प्रतिबंध को लेकर सीधे मैदान में उतर गई हैं और उन्होंने साफ कर दिया है कि शराब पिलाने वाले प्रत्याशी के पक्ष में कतई मतदान नहीं किया जाएगा। माना जा रहा है कि महिलाओं के इस आह्वान का असर पूरे प्रदेश में फैल सकता है और यह पंचायती राज चुनावों के साथ ही लोकसभा चुनावों में भी राजनीतिक दलों को परेशानी में डाल सकता है।
दशोली विकासखंड के खल्ला गांव में महिलाओं ने चुनाव में शराबबंदी को लेकर संगठन बनाया है, जिसने निर्णय लिया है कि पंचायत चुनावों के दौरान गांव में शराब वितरण पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। गौरतलब है कि इससे पहले कच्ची शराब का प्रचलन बंद करने की मुहिम भी खल्ला गांव से ही शुरू हुई थी, जो बाद में पूरे पहाड़ में फैल गई थी। यहां वर्ष 2012 में गांव की महिलाओं ने मंडल घाटी की महिलाओं के साथ मिलकर कच्ची शराब की भट्टियां तोड़ीं व शराबियों को खदेड़ने के लिए बिच्छू घास व लाठी का तक का प्रयोग किया। आरंभ में उन्हें इसमें पुरुष समाज के कड़े विरोध का सामना भी करना पड़ा, लेकिन महिलाएं डटी रहीं और अंततः शराबियों व शराब बनाने वालों को उनके सामने घुटने टेकने पड़े। महिलाओं की इस जागरुकता के कारण ही आज क्षेत्र के अधिकांश गांवों में सामाजिक कार्यों में शराब का प्रचलन पूरी तरह बंद है।
संगठन की अध्यक्ष नंदा देवी ने मीडिया को बताया कि पहाड़ में मतदाताओं को रिझाने के लिए बड़े पैमाने पर शराब बांटन का प्रचलन है, जिस कारण अक्सर भ्रष्ट एवं असामाजिक तत्व भी चुनाव जीत जाते हैं। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
महिलाओं की मुहिम को सामाजिक चेतना से जुड़े लोग अच्छी पहल मान रहे हैं। नवज्योति महिला कल्याण संस्थान के सचिव महानंद बिष्ट का भी कहना है कि अन्य गांवों में भी महिला संगठन बनाकर चुनाव में शराब का प्रचलन बंद करने का काम किया जाएगा।