कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रश्न किया है कि दार्जीलिंग में पशुपति गेट बॉर्डर के पास 400 चीनी भाषा के स्कूल किसने खोले हैं? केंद्र सरकार चीन से मिल कर पश्चिम बंगाल में आखिर कौन सा खेल खेल रही है ?
ममता बैनर्जी ने मंगलवार को यहां एक पत्रकार वार्ता में कहा कि बार्डर की सुरक्षा व्यवस्था राज्य सरकार के हाथ में नहीं होती है। वहां हर गतिविधियों पर केंद्र की नजर होती है। ऐसे में वहां चीनी भाषी स्कूल कैसे खुल गए? उन्होंने कहा कि भगवा ब्रिगेड देश में हर मदरसे पर नजर रखती है, लेकिन चीनी स्कूलों के बारे में यह भी मूक दर्शक बनी हुई है। उसे चाहिए कि वह जाए और इन स्कूलों को तोड़कर ध्वस्त करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जीलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोरचा का भाजपा के साथ गठबंधन है। इसी कारण वहां से भाजपा का सांसद जीता है। इसलिए भाजपा वहां गोरखा जनमुक्ति मोर्चा को हिंसा करने से क्यों नहीं रोकती? यही नहीं उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि जमाते इस्लामी के लोग बांग्लादेश बार्डर पार करके यहां कैसे आए? पश्चिम बंगाल में जमाते इस्लामी का कोई नामोनिशान नहीं है। फिर उनके लिए बार्डर किसने खोला? अब वे यहां जनता में दंगे भड़का रहे हैं, जो एक बड़ी साजिश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “पश्चिम बंगाल एक ऐसा राज्य है, जहां चीन, बांग्लादेश, भूटान की सीमायें लगती हैं।कुछ जगह पश्चिम बंगाल और चीन मात्र 1- 2 घण्टे की दूरी पर हैं। वहां चीन के साथ मिलकर कौन सा खेल खेला जा रहा है? कौन हैं ये खिलाड़ी? कहीं जनरल करियप्पा वाला किस्सा तो नहीं दोहराया जा रहा?”