देहरादून। बाबा रामदेव के सबसे निकट सहयोगी और उनके दाएं हाथ माने जानेवाले आचार्य बालकृष्ण को आखिरकार पतंजलि योगपीठ
उनका कहना था कि, ”केंद्र सरकार नौ अगस्त के आंदोलन से डरी हुई है, इसलिये पतंजली योगपीठ, बाबा रामदेव और उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। यह आंदोलन जारी रहेगा और बढ़ेगा।”
बालकृष्ण के वकील प्रवीण सेठ ने उनकी गिरफ्तारी को नाजायज ठहराते हुे कहा है, ”हमने अदालत में हाजिरीमाफी की अपील की थी और तीन हफ्तों की मोहलत मांगी थी, लेकिन उसे संज्ञान में नहीं लिया गया। हम सर्वोच्च न्यायालय में अपील करेंगे।”
बालकृष्ण के खिलाफ सीबीआई कई मामलों की जांच कर रही है। कुछ में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और कुछ की जांच चल रही है। कथित रूप से फर्जी डिग्री हासिल करने के मामले में बालकृष्ण को सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट योगेंद्र कुमार सागर की अदालत ने सम्मन जारी कर 20 जुलाई यानी आज कोर्ट में पेश होने को कहा था। ये सम्मन राधाकृष्ण संस्कृत कालेज खुर्जा के पिं्रसिपल नरेश चंद्र द्विवेदी के खिलाफ भी है, जहां से बाल कृष्ण को डिग्री जारी हुई थी। सीबीआई ने दोनों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
सौ पेज की इस चार्जशीट में फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज और फर्जी पासपोर्ट के मामले दर्ज हैं। जून 2011 में पासपोर्ट अधिनियम के तहत भी सीबीआई ने बालकृष्ण पर मुकदमा भी दर्ज किया था। इस मामले में नैनीताल हाईकोर्ट ने चार्जशीट दाखिल किए जाने तक बालकृष्ण को गिरफ्तारी पर स्टे दिया हुआ है।
सीबीआई को शिकायत मिली थी वो नेपाल के नागरिक हैं और भारत में फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनवाया था। वर्ष 1997 में बरेली में पासपोर्ट कार्यालय में बनावाए गए पासपोर्ट में पता हरिद्वार का लिखवाया गया है और उसमें खुर्जा बुलंदशहर के राधाकृष्ण संस्कृत कालेज से डिग्री लेने की बात कही गई है।
सीबीआई ने बालकृष्ण के जन्म के प्रमाण के लिए हरिद्वार नगर निगम का कार्यालय खंगाला तो वहां कोई रिकार्ड नहीं मिला। उधर नरेश चंद्र द्विवेदी के घर से 11 मार्कशीट बरामद हुईं, जिनमें सात फर्जी निकलीं। सीबीआई का आरोप है कि बालकृष्ण की डिग्री समेत उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी हैं।
स्वामी रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण गिरफ्तार
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