देहरादून। आरटीआई क्लब देहरादून ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सूचनाएं जुटाकर सरकार की नींद हराम किए रहने वाले ‘योद्धाओं’को सम्मानित किया। रविवार को क्लब के तीसरे स्थापना दिवस समारोह में आयोजित इस सम्मान समारोह में सभी वक्ताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार पर रोकथाम के लिए यह कानून एक सशक्त हथियार बनकर उभरा है। आरटीआई कार्यकर्ताओं ने इस कानून के सहारे सरकारी तंत्र में घोटालों के अनेक बड़े मामलों को उजागर कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया है। समारोह के मुख्य अतिथि समाजसेवी डा. फारुख अहमद थे। सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल भी विशेष रूप से आमंत्रित थे। कार्यक्रम अध्यक्षता क्लब के संरक्षक डा. आरएस टोलिया ने की।
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डा. फारुख अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि आरटीआई भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने संतोष जताया कि राज्य सूचना आयोग बेहतर कार्य कर रहा है।
समारोह में मुख्य वक्ता कामनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनीशिएटिव्स और आरटीआई के समन्वयक वेंकटेश नायक ने कहा कि उत्तराखंड में आरटीआई पर बेहतर काम हो रहा है, जबकि अन्य राज्यों में कई मामले अटके हुए हैं। देश के अनेक राज्यों में आरटीआई के लिए पर्याप्त प्लेटफार्म तक नहीं बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में अन्य राज्यों को भी उत्तराखंड का अनुसरण करना चाहिए।
सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल ने कहा कि आरटीआई के तहत 55 प्रतिशत से अधिक सूचनाएं दून से ही मांगी जा रही हैं। ऐसे में आयोग के समक्ष जल्द से जल्द इनका निस्तारण करने की चुनौती रहती है।
समारोह में हरिद्वार के आरटीआई कार्यकर्ता स्व. जगदीश प्रसाद चौहान को मरणोपरांत सम्मान दिया गया। उनके पुत्र गुण बहादुर ने यह सम्मान ग्रहण किया। उनके अलावा हरिद्वार के कुणाल दरगन, ऋषिकेश के शिक्षक एसके पांडे, हल्द्वानी के गुरविंदर सिंह, सुभाष घाट हरिद्वार के रमेश चंद्र शर्मा, जौनसार-बावर के चंदराम राजगुरु, ग्राम मैंद्रथ त्यूनी के बलबीर सिंह को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पर्वतीय बालमंच की अदिति कौर, एएस घुंता, एपी डोभाल, डा. हिमांशु शेखर, एसएस थापा आदि मौजूद थे।