सांगला। पूर्व पर्यटन मंत्री एवं विधायक जीएस बाली की रोजगार संघर्ष यात्रा का किन्नौर जिले में पहुंचने पर सांगला घाटी में भव्य स्वागत किया गया। श्री बाली ने सांगला के समीप मंदिर में माथा टेका और उसके बाद काफिला जुलूस की शक्ल में मुख्य बाजार तक पहुंचा, जहां उन्होंने भारी जनसमूह को संबोधित किया। श्री बाली ने किन्नौर में कार्यरत निजी जल विद्युत कंपनियों, विशेषकर जेपी कंपनी पर बरसते हुए कहा कि विद्युत परियोजनाओं के नाम पर जनजातीय लोगों के हितों से जमकर खिलवाड़ किया गया है। किन्नौर जिले का पर्यावरण और वन्य संपदा का बहुत नाश हुआ है, लेकिन स्थानीय बेरोजगार युवाओं को परियोजनाओं में पर्याप्त रोजगार तक की कोई व्यवस्था नहीं की गई। प्रदेश सरकार भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपने हकों के लिए दर -दर भटक रहे हैं, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि मौज कर रहे हैं।
जीएस बाली ने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर में हिमाचल प्रदेश का व्यक्ति भी भूमि नहीं ले सकता, लेकिन यहां जेपी कंपनी के सेब के बाग लहलहा रहे हैं। उसने यहां की भूमि अपने नाम कर सरकारी कानूनों को भी ठेंगा दिखा दिया और यह सब प्रशासन की देखरेख में ही हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में युवाओं के हितों के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उसे उजागर करने के लिए ही उन्होंने रोजगार संघर्ष यात्रा शुरू की है, जिसे हर जगह युवाओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं का यह बढ़ता समर्थन ही एक दिन सरकारों को उनके हितों के प्रति गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर कर देगा।
इस अवसर पर किन्नौर कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता एससी नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि जेपी जैसी निजी कंपनियों ने किन्नौर को बर्बाद करके रख दिया है। यहां के लोगों को न रोजगार और न ही उनके हक दिए गए, जिससे लोगों में सरकार के प्रति भारी रोष है।
महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव लक्ष्मी ठाकुर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भगत सिंह किन्नर सहित अन्य कई नेताओं ने अपने विचार रखे।
सांगला बाजार में जनसभा के बाद श्री बाली का काफिला टापरी पहुंचा। टापरी, भावानगर और रामपुर में भी श्री बाली और उनके समर्थकों ने पद यात्रा निकाली।