हरिद्वार (भगवानपुर)। उत्तराखंड में एक गांव ऐसा भी है, जहां ग्रामीण बिजली का क्नेक्शन लेने को ही तैयार नहीं हैं। वे मुफ्त में बिजली चाहते हैं और
शामनशेर गांव तक ऊर्जा निगम ने बीते वर्ष बिजली तो पहुंचा दी, लेकिन यहां के लोग मुफ्त में बिजली चाहते हैं। गांव में कोई भी कनेक्शन लेने को तैयार नहीं है। ऊर्जा निगम के एसडीओ, जेई समेत तमाम अधिकारी ग्रामीणों से कनेक्शन लेने का आग्रह कर चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों पर कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने अवैध रूप से घरों में बिजली जोड़ दी।
प्रशासन ने गत माह भी दौड़बसी गांव के समीप से शामनशेर गांव जाने वाली बिजली की लाइन काट दी थी, जिससे कुछ दिन तक तो गांव में अंधेरा रहा, लेकिन उसके बाद ग्रामीणों ने फिर से बिजली की लाइन जोड़ ली। यही नहीं बिजली की इस लाइन के साथ लगते करीब एक दर्जन कृषि फार्म हाउस भी काफी समय से इसी प्रकार चोरी की बिजली से जगमगा रहे हैं। प्रशासन ग्रामीणों के आगे बेबस है।
ऊर्जा निगम रुड़की मंडल के डीजीएम एमएल प्रसाद कहते हैं कि शामनशेर गांव समेत किसी भी गांव में बिना कनेक्शन के बिजली का उपयोग नहीं होने दिया जाएगा। बिजली चोरी करने वाले ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
हरिद्वार जिला के तहत अनेक गांवों में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी हो रही है, जिसे रोकना प्रशासन के लिए टेढ़ीखीर बना हुआ है। गत दिवस देहरादून से विद्युत अधिकारियों के साथ आई विजिलेंस की टीम ने यहां ज्वालापुर क्षेत्र के कई मोहल्लों में छापे मारकर बड़े पैमाने पर विद्युत चोरी पकड़ी और लोगों के खिलाफ पुलिस में मुकद्दमें दर्ज कराए। पुलिस के अनुसार विजिलेंस की टीम ने ज्वालापुर में स्थानीय विद्युत विभाग की टीम को साथ लेकर कई स्थानों पर छापेमारी की और अनेक घरों में विद्युत चोरी पकड़ी। विजिलेंस टीम ने अशरफ, इस्लाम, सुल्तान, शरीफ निवासी मोहल्ला पांवधोई व पंकज निवासी नीलखुदाना, राजकमल निवासी मोहल्ला चौहानान, अलादीन ग्राम सीतापुर आदि को बिजली चोरी में पकड़ा है। इन सभी के खिलाफ ऊर्जा निगम के अवर अभियंता रणजीत सिंह ने ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।