बैंगलुरू में गत 19 जनवरी को संपन्न ‘इंडिया इंटरनेशनल टूरिज़्म एण्ड ट्रैवल ट्रेड’ में हिमाचल पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा आरंभ की गई ‘हर गांव की कहानी’ योजना के लिए राज्य को 22वां राष्ट्र स्तरीय पुरस्कार मिला है।
मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने इस उपलब्धि के लिए पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इस पुरस्कार के साथ राज्य द्वारा गत चार वर्षों में जीते गए कुल पुरस्कारों की संख्या अब 52 हो गयी है, जो प्रदेश के विकास एवं उपलब्धियों के इतिहास में अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान राज्य में पर्यटन विकास गतिविधियों को नये आयाम प्रदान किए गए, जिसके काफी सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने कॉफी टेबल बुक ‘हर घर कुछ कहता है’ का प्रकाशन किया है, जिसमें शिमला शहर के धरोहर भवनों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का जिक्र किया है। शिमला के महत्वपूर्ण भवनों के ऐतिहासिक पहलुओं को जानने के उत्सुक व्यक्तियों एवं शोधकर्ताओं ने इस पुस्तक को हाथों-हाथ लिया है। यह राज्य में धरोहर पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास है।
प्रो. धूमल ने कहा कि भारी भीड़, बढ़ते यातायात तथा शहरी क्षेत्रों के प्रदूषण से दूर पर्यटकों के ठहराव के दृष्टिगत राज्य में ‘होम स्टे’ योजना आरंभ की गयी है। इसके दृष्टिगत ग्रामीण अपने आवासों का होटल इकाइयों के तौर पर पंजीकरण करवा सकते हैं ताकि गांवों में ठहरने के इच्छुक पर्यटकों को आवास तथा भोजन की सुविधाएं मिल सकें। बड़ी संख्या में प्रगतिशील ग्रामीणों ने अपने आवासों का पंजीकरण करवाया है तथा इसके आरक्षण की सुविधा इंटरनेट पर भी उपलब्ध है। ग्रामीण पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिए एक अन्य महत्वाकांक्षी योजना ‘हर गांव की कहानी’ भी आरंभ की गयी है, जिसके अंतर्गत आरंभ में प्रत्येक जिले के एक ऐसे गांव को चिन्हित किया गया है, जिसका कुछ ऐतिहासिक महत्व है। छायाचित्रों के साथ कहानियों के संग्रहण का प्रकाशन किया गया है ताकि इन गांवों में पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस योजना के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं तथा पर्यटक अब हिमाचल के गांवों की ओर रुख कर रहे हैं। प्रो. धूमल ने कहा कि इन सभी प्रयासों का उद्देश्य राज्य में पर्यटन उद्योग को सुदृढ़ करना तथा ग्रामवासियों को पर्यटन गतिविधियों से जोडऩा है ताकि पर्यटन विकास गतिविधियों से आय के अधिक से अधिक अवसर सृजित हो सकें।