उत्तरकाशी (पुरोला)। मामला सरकार की विश्वसनीयता का है। प्रदेश में सरकार द्वारा आम जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए लगाए जा रहे बहुद्देश्यीय
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां इससे पहले आयोजित दो शिविरों में अधिकांश अधिकारी नदारद रहे, जिस कारण फरियादियों को बैरंग लौटना पड़ा था। अंततः लोग इस तमाशे से ऊब गए और उन्होंने भी शिविरों से किनारा करना ही बेहतर समझा।
हालांकि इस बार अधिकांश अफसर लोगों की शिकायतें सुनने पहुंचे थे, लेकिन उनके सामने शिकायतें करने वाला ही कोई नहीं था। फरियादियों के लिए लगाई गई कुर्सियां खाली पड़ी थीं। अधिकारी लगभग चार घंटे अपनी सीटों पर बैठे ऊंघते रहे। उसके बाद स्थानीय तंत्र ने जैसे तैसे चार-पांच लोगों को फरियादियों के रूप में खड़ा किया और पांच शिकायतें दर्ज कीं। सीडीओ और एसडीएम राजकुमार पांडे ने शिकायतों को निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को सौंप दिया। शिविर में नगर पंचायत अध्यक्ष प्यारेलाल हिमानी, बीडीओ बीएस कुमाइं सहित लोनिवि, सिंचाई, पेयजल, स्वास्थ्य आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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