देहरादून। उत्तराखंड में भाजपा को एक नया झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी दो दशक से ज्यादा समय के बाद शुक्रवार को फिर
प्रदेश में पहले विधायक किरण मंडल ने मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पक्ष में उप चुनाव के लिए अपनी सीट खाली करते हुए भाजपा छोड़ी थी। उसके बाद पूर्व विधायक राजकुमार भी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब पिछले कुछ महीनों में भाजपा के लिये कंडारी ने यह तीसरा बड़ा झटका दे दिया है।
मातबर सिंह कंडारी यद्यपि इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा सके थे, लेकिन गढ़वाल के टिहरी और पौड़ी क्षेत्र में उन्हें एक प्रभावशाली नेता माना जाता है। कंडारी टिहरी लोकसभा उपचुनाव में प्रत्याशी न बनाये जाने और दो दिन पहले रूद्रप्रयाग के कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह बिष्ट को भाजपा में शामिल कराये जाने से नाराज बताये जा रहे थे।
कांग्रेस प्रत्याशी साकेत बहुगुणा के नामांकन से पहले परेड ग्राउंड में हुई जनसभा के दौरान कांग्रेस में शामिल होने के बाद सबसे पहले कंडारी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव राहुल गांधी के पक्ष में नारे लगाये और कहा कि दो दशक से ज्यादा समय तक बाहर रहने के बाद घर वापसी पर उन्हें बहुत खुशी हो रही है।
भाजपा पर जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और सामूहिक निर्णय न लेने का आरोप लगाते हुए कंडारी ने कहा वह कांग्रेस की जनप्रिय नीतियों को घर-घर पहुंचायेंगे और साकेत को विजयी बनायेंगे।