कुल्लू। बर्फबारी के बाद मौसम खुलते ही विख्यात पर्यटक स्थल मनाली में सैलानियों की आवाजाही काफी बढ़ गई है। बड़ी संख्या मे सैलानी बर्फ का आनंद उठाने के लिए पहुंच रहे हैं। सोलंगनाला में आयोजित शरदकालीन खेलों ने भी पर्यटकों को खूब आकर्षित किया है। इन खेलों का लुत्फ उठाने के लिए शुक्रवार को सोलंगनाला में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी।
इस शीतकालीन पर्यटन सीजन से जहां क्षेत्र के होटल व्यवसायी खुश हैं, वहीं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा रोहतांग दर्रे पर खाने-पीने का सामान ले जाने और बेचने सहित अन्य व्यावसायिक गतिविधियों पर लगाई गई रोक के कारण छोटे कारोबारी परेशान हैं। सोलंगनाला में साहसिक गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगा है, जिस कारण सैलानी इन खेलों का भी आनंद नहीं ले पा रहे हैं। उन्हें केवल बर्फ में खेलने और फोटोग्राफी की ही इजाजत है।
एनजीटी रोहतांग दर्रे पर प्रदूषण को लेकर काफी गंभीर है। इसलिए उसने गत वर्ष यहां मढ़ी से आगे खाने- पीने का सामान बेचने सहित तमाम व्यावसायिक गतिविधियों जैसे- घुड़सवारी, स्नो स्कूटर, स्लेज आदि गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीद थी कि उन्हें 2017 के पर्यटन सीजन में एनजीटी की ओर से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे दर्रे पर उक्त गतिविधियों से आजीविका कमाने वाले काफी मायूस हैं।
एनजीटी के निर्देशानुसार रोहतांग से पहले मढ़ी में ही एक ईको फ्रेंडली मार्केट तैयार किए जाने की योजना है, जहां पर्यटक रोहतांग जाते या आते समय कुछ खानपान कर सके। लेकिन इसके बनने में अभी समय लगेगा।
एनजीटी ने रोहतांग दर्रे पर डीजल के 400 और पेट्रोल के 800 से अधिक वाहन ले जाने पर भी रोक लगा रखी है। माना जा रहा है कि इस बार ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में मनाली से रोहतांग के लिए बैटरी चालित बसें चलाई जा सकती हैं, जिसका सफल ट्रायल हो चुका है।