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उत्तराखण्ड में जिस सरकार के काल में कुछ महीने पहले 25 हजार की नौकरी मांग रहे पीएचडी धारकों पर जुल्म ढाये गए, उसी निलम्बित सरकार के मुखिया हरीश रावत इंटर कॉलेजों के गेस्ट टीचरों की नौकरी की म... Read more
राजधानी शिमला में फैले पीलिया को लेकर बस में गर्मागरम बहस चल रही थी। पीछे की सीट से एक यात्री ने तल्ख होते हुए कहा, “भाई इससे तो अंग्रेजों का राज ही अच्छा था।” किसी ने भी इसका विरोध नहीं किय... Read more
नई दिल्ली। देश में असहिष्णुता के मुद्दे पर पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों- कलाकारों का आंदोलन ना केवल जारी है, बल्कि विभिन्न संघर्ष यात्राओं के द्वारा यह और व्यापक रूप धारण करता जा रहा है। योजन... Read more
आज के दौर में जहां अफसरों को नेताओं के आगे-पीछे घूमते और सत्ता के साथ मिलकर जनता के हिस्से की मलाई चट करने का उदाहरण कहीं भी ढूंढा जा सकता है, वहीं छोटे से हिमाचल में अफसरों की एक नयी जमात न... Read more
शिमला। प्रदेश के साहित्यकारों ने शायद इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। हुआ यूं कि राजधानी में विख्यात लेखिका एवं समाजसेवी सरोज वशिष्ठ के निधन पर स्थानीय साहित्यकार एक शोक सभा करना च... Read more
देहरादून। उत्तराखंड में पत्रकारों के लिए कुछ राहत देने वाली खबरें हैं। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की उपसमिति की सिफारिश पर सरकार ने पहाड़ से प्रकाशित होने वाले पत्रों को विशेष दर्जा देने और विज... Read more
इन दिनों पता नहीं क्यों मुझे बार-बार पीछे मुड़कर झांकने की बीमारी सी हो गई है। बीती जिंदगी में, साहित्य, पत्रकारिता, राजनीति, मानवीय विकास आदि सभी में झांकता रहता हूं कि आखिर हम कहां से चले... Read more
सरकार और उसके समर्थन में आए बन्धुओं ने जिस तरह से लेखकों और कलाकारों के विरोध पर हास्यास्पद रुख अपनाया है, उसके दूरगामी परिणाम होने स्वभाविक है। यह न केवल उसकी कमजोर राजनीतिक समझ थी, बल्... Read more