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एचएनपी ब्लॉग

सवाल पूछते वीरान खंडहर…

सुबह- सुबह मन काफी उदास था। आखिर ऐसा हो भी तो क्यों नहीं, रात भर सपने में अपने गांव के… Read More

5 years ago

भाषा-संस्कृति विभागः संस्कार नाम की कोई चीज नहीं

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हाल ही में मुझे NSD द्वारा आयोजित 20 दिवसीय थियेटर कार्यशाला में कैंप डायरेक्टर के… Read More

6 years ago

सियासत के गलियारे में हर रोज ये कौन लाठी टकोर रहा है?

बुजुर्ग हाथ जोड़कर बोले- “मंत्री जी, मुझे डीओ लैटर नहीं चाहिए, मुझे पानी का नलका लगाना है। डीओ लैटर तो… Read More

6 years ago

सिराज को हल्के में लेना भारी पड़ गया

एकाएक सराज का नाम चमक उठा है। जब ये अचानक वाली चमक भी नहीं थी तब मेरे मन में आया… Read More

6 years ago

ब्लॉगः जिस दिन मंडी में राजशाही का अंत हुआ..

...एक बुजुर्ग मेरे दादा जी से मंड्याली में कह रहा था, “मियां जी, भला ग्वालुआं बगैर भी कदी डांगरे चरे… Read More

7 years ago

ब्लॉगः ‘फ्री सेक्स’ को कितना जानते हैं आप?

बहुत समय से फ्री सेक्स पर लिखना टाल रहा था, लेकिन आज मेरे एक प्रिय लेखक ने फ्री सेक्स की… Read More

7 years ago

‘चोटी कटवा सिरीज’ और दाभोलकर की शहादत

उत्तर भारत में इन दिनों महिलाओं की चोटियां कटने की खबरों का बाजार गर्म है। कुछ न्यूज चैनल तो इन्हीं… Read More

7 years ago

गांधी के खिलाफ घृणा का माहौल बनाया जा रहा…

अस्मिता और पहचान की राजनीति की एक सीमा होती है। दलित अस्मिता, आदिवासी अस्मिता, अल्पसंख्यक अस्मिता आन्दोलन की जरुरत तो… Read More

7 years ago