पांगी (चंबा)। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था लगातार दयनीय होती जा रही है। चंबा जिला के जनजातीय उपमंडल पांगी का एकमात्र राजकीय
केंद्र सरकार से जनजातीय क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए हर वर्ष में करोड़ों रुपये का अतिरिक्त बजट आवंटित होता है। उसके बावजूद शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सुविधाओं के लिए पांगी वासियों को बाहरी क्षेत्रों की ओर ही ताकना पड़ता है। जानकारों के अनुसार पूरे प्रदेश में पांगी कॉलेज ही एकमात्र ऐसा है, जहां सबसे ज्यादा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। शिक्षकों के दर्शनों के लिए छात्र तरसते रह जाते हैं।
पांगी कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों- देवी सिंह, मंगल चंद, राम चरण, लेख राज और विद्या प्रसाद ने बताया कि जब यह कॉलेज खुला था तो यहां प्रोफेसरों की संख्या अधिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की संख्या कम थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया सरकार इस कॉलेज से प्रोफेसरों के तबादले दूसरे क्षेत्रों को करती गई और बदले में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद भरती रही। नतीजा अब सबके सामने है। इस संबंध में राजकीय महाविद्यालय पांगी के प्राचार्य राजेंद्र कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि प्रोफेसरों के खाली पदों को लेकर सरकार व शिक्षा विभाग से पत्राचार किया जा रहा है।
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