ऊना। पतंजलि योगपीठ के उत्पादों की डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने और जगह-जगह बिक्री केंद्र (स्वदेशी केंद्र) खोलने के नाम पर ऊना में लाखों रुपये ठग लिए गए। अभी
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार हाल ही में खुद को पतंजलि योगपीठ का एरिया सेल्स मैनेजर बताते हुए एक व्यक्ति ने लोगों से कहा कि वह जिले में योगपीठ के उत्पादों की डिस्ट्रीब्यूटरशिप और एजेंसियां खोलने के लिए आया है। उसके साथ कुछ और लोग भी थे। ठगी का सबसे अधिक शिकार लमलैहड़ी का वासी चतरसिंह बना, जिसे जिले में मेन डिस्ट्रीब्यूटर बनाने का झांसा दिया गया था। शातिर ठग ने इसकी एवज में उससे पांच लाख रुपये लिए। इसके बाद ठगों ने ग्रामीण स्तर पर उत्पादों की बिक्री के लिए ‘स्वदेशी केंद्र’ खोलने का झांसा देकर दर्जनभर अन्य लोगों से 80 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक वसूले। बद्दी में इकरारनामा करने के बाद ठग रुपये लेकर चंपत हो गए। लगातार फोन करने के बाद उन्होंने उत्पादों की एक खेप ऊना भेजी, लेकिन इन उत्पादों की डेट एक्सपायर हो चुकी थी, जिस कारण वे किसी काम के नहीं थे।
चतर सिंह ने पुलिस को बताया कि रुपये लेने वाले शख्स का कुछ समय बाद दोबारा फोन लगा तो पुलिस के पास जाने की धमकी दिए जाने पर उसने आनन फानन में उत्पादों की एक और खेप ऊना भेजी, लेकिन बैरियर से गाड़ी पास होने के बाद वह खेप उन तक पहुंचने से पहले ही कहीं खुर्दबुर्द कर दी गई। इस बात की भी जांच की जा रही है कि शातिरों ने ये उत्पाद कहां से प्राप्त किए होंगे। ठगी का शिकार होने वालों में बंगाणा के किशोर कुमार, विनोद कुमार, संदीप कुमार, राम सिंह, किरन, शादी लाल, यशपाल, अंब से वरुण, अमित, चिंतपूर्णी के विजय, ऊना के तरसेम लाल आदि शामिल हैं। चतर सिंह ने शिकायत पत्र की एक प्रति प्रदेश के डीजीपी को भी प्रेषित की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि मामला सदर थाना को सौंपा गया है। जांच शुरू कर दी गई है।
ऊना में पतंजलि योगपीठ के नाम पर लाखों की ठगी
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