शिमला। मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित जयराम ठाकुर ने कहा है कि नई सरकार में टायर्ड- रिटायर्ड लोगों के लिए कोई जगह नहीं होगी, उन्हें जाना होगा। इसके साथ ही जनता को वीआईपी कल्चर से भी निजात दिलाई जाएगी। जयराम ठाकुर सोमवार को यहां पीटरहॉफ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
निवर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर यह बड़ा आरोप रहा है कि उन्होंने सरकार में सेवानिवृत्त अधिकारियों को ही अधिक महत्व दिया। पब्लिक में एक स्लोगन ही बन गया था कि- ‘वीरभद्र सरकार को टायर्ड- रिटायर्ड लोग ही चला रहे हैं।’ मुख्यमंत्री पद के लिए नामित होने के बाद पहली पत्रकार वार्ता में ही जयराम ठाकुर ने इस मुद्दे पर तंज कसा है।
जयराम ठाकुर 27 दिसंबर के एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित विभिन्न राज्यों के करीब एक दर्जन मुख्यमंत्रियों के भी समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। शपथग्रहण समारोह को भव्य रूप देने के लिए जोरदार तैयारियां की जा रही हैं।
भावी मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन भी दिया कि सरकार बदले की भावना से कोई काम नहीं करेगी। पिछली सरकार के कुछ निर्णयों की समीक्षा की जाएगी और आवश्कता हुई तो निर्णयों को बदला भी जा सकता है। धर्मशाला को शीतकालीन राजधानी बनाने या पहले से चल रही व्यवस्था में किसी तरह का परिवर्तन करने का उनका कोई इरादा नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में व्याप्त आर्थिक संकट को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। निगमों- बोर्डों पर ज्यादा भार नहीं डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन के बाद कुछ प्रशासनिक फेरबदल भी किया जा सकता है।
जयराम ठाकुर ने इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 93वें जन्मदिन के अवसर पर दीन दयाल अस्पताल में पहुंच कर उपचाराधीन मरीजों से मुलाकात की और उन्हें फल वितरित किए। इस दौरान उनके साथ मंडी से भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा, शिमला से भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज और अनेक पार्टी नेता एवं अधिकारीगण भी थे।