नास्तिकवाद या अनीश्वरवाद (Atheism) वह सिद्धांत है, जिसमें किसी भी ईश्वर के अस्तित्व को सर्वमान्य प्रमाण के न होने के आधार पर स्वीकार नहीं किया जाता। (नास्ति = न + अस्ति = नहीं है, अर्थात् ईश... Read more
मानव जीवन का सबसे प्राचीन दर्शन चार्वाक दर्शन है, जिसे लोकायत दर्शन भी कहते हैं। लोकायत का शाब्दिक अर्थ है ‘जो मत लोगों के बीच व्याप्त है, जो विचार जनसामान्य में प्रचलित हैं।’ प्रचलित धारणा... Read more