शिमला। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल ने सोमवार को 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए तैयार विशेष नीति को स्वीकृति प्रदान कर दी। इसका नाम है-
बैठक में रोगी कल्याण समितियों (आरकेएस) के अनुबंध कर्मियों की सेवाओं को नियमित करने के लिए नीति अपनाने को भी स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें आरकेएस रोजगार के तौर पर तीन वर्षों की सेवा पूरी करने पर उन्हें सरकारी अनुबंध कर्मचारियों में परिवर्तित किया जाएगा। सरकारी अनुबंध में आने के बाद 6 वर्षों की अनुबंध सेवाओं के पश्चात कार्मिक विभाग की नीति के अनुसार वे नियमितिकरण के लिए पात्र होंगे। केवल वही आरकेएस कर्मी परिवर्तन की इस सुविधा के पात्र होंगे, जो निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त हुए हों। मंत्रिमण्डल के इस निर्णय से स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर नियुक्त 1591 आरकेएस कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
मंत्रिमण्डल ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में 171 आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को आरम्भ करने तथा पात्र सिलाई अध्यापिकाओं की नियुक्ति कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के उपलब्ध रिक्त पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की। बैठक में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने के लिए रोगी कल्याण समितियों के अन्तर्गत अनुबंध आधार पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के 112 पद, स्टाफ नर्सों के 236 पद तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के 48 पदों को भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में कांगड़ा जिले के राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक कालेज पपरोला के इंटरनस, हाउस फिजीशियन एवं पीजी स्कॉलर के स्टाइपंड एवं ऑनरेरियम को बढ़ाने के लिए भी स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अन्तर्गत इंटरनस का स्टाइपंड व ऑनरेरियम 3200 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये, हाउस फिजीशियन का 6300 रुपये से बढ़ाकर 12,600 रुपये, स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को 7300 रुपये से बढ़ाकर 12,000 रुपये, द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को 7600 रुपये से बढ़ाकर 13,000 रुपये तथा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों का स्टाइपंड व ऑनरेरियम 7800 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया है।
मंत्रिमण्डल ने कुल्लू जिला के आनी उपमण्डल के निथर में नई उप तहसील आरम्भ करने को स्वीकृति प्रदान की ताकि स्थानीय नागरिकों को राजस्व से सम्बन्धित सेवाएं उनके घर द्वार के निकट उपलब्ध हो सकें।
मंत्रिमंडल की बैठक में कांगड़ा जिला के मसरुर में आयोजित किए जाने वाले मसरुर रॉक टैम्पल महोत्सव को राष्ट्रीय महोत्सव तथा शाहपुर के दशहरा उत्सव को जिला स्तरीय दर्जा प्रदान करने का भी निर्णय लिया है।
बुजुर्गों के हितों की रक्षा के लिए विशेष नीति
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