टिहरी गढ़वाल (देवप्रयाग)। यहां राजकीय इंटर कालेज हिंडोलाखाल में शिक्षकों के पिछले सात वर्षों से रिक्त पड़े पदों को नहीं भरे
राइंका हिंडोलाखाल में वर्ष 2007 से भौतिक विज्ञान, हिंदी, संस्कृत के प्रवक्ता और गणित, विज्ञान, व्यायाम व अंग्रेजी के एलटी शिक्षकों के पद खाली हैं। वर्ष 2010 में स्वीकृत राजनीतिक विज्ञान का पद भी अभी तक सृजित नहीं हुआ, जबकि 2007 में नियुक्त दो शिक्षिकाएं कॉलेज नहीं पहुंच रही हैं। शिक्षकों के भारी अभाव के कारण कालेज में पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
विद्यार्थियों के अभिभावक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार और प्रशासन से लगातार मांग करते आ रहे थे, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। अंततः आक्रोशित अभिभावकों ने सोमवार को एकत्रित होकर बाजार में रोष प्रदर्शन किया और उसके बाद वे बीईओ कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने बीईओ बीएल भार्गव और अन्य स्टाफ को बाहर कर कार्यालय पर ताला जड़ दिया। उसके बाद अभिभावक वहां धरने पर बैठ गए। आंदोलनकारियों में कांडी, दुरोगी, ठुंगी व छाम आदि गांवों के लोग शामिल थे।
कालेज के पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन (पीटीए) अध्यक्ष ज्योति कैंतुरा ने मीडिया को बताया कि 768 छात्र संख्या वाले हिंडोलाखाल इंटर कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति न होने से छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र मांग नहीं मानी गई तो 20 दिसंबर को देवप्रयाग तहसील मुख्यालय का घेराव और ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर चक्काजाम किया जाएगा। तालाबंदी करने वालों में पूरण सिंह बिष्ट, वीर सिंह, वाचस्पति थपलियाल, चैन सिंह चौहान, मोर चंद, नौरत सिंह, कौंसा देवी, गुड्डी देवी आदि शामिल थे।