नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोआ, उत्तराखंड और मणिपुर विधानसभा के चुनावों की तिथियां घोषित कर दी हैं। चुनाव फरवरी व मार्च में कराए जाएंगे, जबकि मतगणना एक साथ 11 मार्च को होगी। इसके साथ ही पांचों राज्यों में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने यह घोषणा बुधवार को यहां पत्रकार सम्मेलन में की।
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव सात चरणों में होंगे, जबकि मणिपुर के दो चरणों में और गोआ, उत्तराखंड व पंजाब के चुनाव एक- एक चरण में होंगे। उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 15 जिलों की 73 सीटों के लिए मतदान 11 फरवरी को, दूसरे चरण में 11 जिलों की 67 सीटों के लिए 15 फरवरी को, तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों के लिए 19 फरवरी को, चौथे चरण में 12 जिलों की 53 सीटों के लिए 23 फरवरी को, पांचवें चरण में 11 जिलों की 52 सीटों के लिए 27 फरवरी को, छठे चरण में 7 जिलों की 49 सीटों के लिए 4 मार्च को और अंतिम सातवें चरण में 7 जिलों की 40 सीटों के लिए मतदान 8 मार्च को कराए जाएंगे।
इसी प्रकार मणिपुर विधानसभा के लिए पहले चरण का मतदान 4 मार्च को और दूसरे चरण का 8 मार्च को कराया जाएगा। पंजाब और गोआ राज्यों में एक ही दिन 4 फरवरी को वोट डाले जाएंगे, जबकि उत्तराखंड में 15 फरवरी को मतदान होगा। सभी राज्यों में मतदान संपन्न होने के बाद मतगणना 11 मार्च को एक साथ कराई जाएगी।
इन विधानसभा चुनावों के लिए नोटिफिकेशन जारी करने, नामांकन दाखिल करने, नामांकनपत्रों की छंटनी और नाम वापस लेने की प्रक्रिया जनवरी माह के प्रथम पखवाड़े से ही शुरू हो जाएगी। आयोग ने व्यवस्था दी है कि कोई भी प्रत्याशी अपने चुनाव में 28 लाख रुपये से अधिक खर्च नहीं कर सकेगा और 20 हजार रुपये से अधिक खर्च का भुगतान चैक से करना अनिवार्य है।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा है कि सभी राज्यों में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि कोई चुनाव आचार संहिता की उल्लंघना न कर सके।