नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव लड़ने के लिए पंजाब, गोआ और हिमाचल प्रदेश को अपनी सूची में शामिल कर लिया है। पंजाब और गोआ में वर्ष 2017 के आरंभ में ही चुनाव हो जाएंगे, जबकि हिमाचल प्रदेश में चुनाव वर्ष 2017 के अंत में होने हैं। विभिन्न सर्वेक्षणों में पाया गया है कि इन तीनों ही राज्यों में आप के लिए अच्छी खासी संभावनाएं हैं। इसलिए पार्टी ने तीनों ही राज्यों में अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं।
सर्वेक्षण रिपोर्टः आप के आंतरिक सर्वेक्षणों के अतिरिक्त हाल ही में एक पोलिंग एजेंसी वीडीपी एसोसिएट्स की सर्वेक्षण रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि इस समय पंजाब में आम आदमी पार्टी का प्रभाव दिल्ली से भी अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार आप का वोट शेयर दिल्ली में 41 प्रतिशत है, जबकि पंजाब में यह 42 प्रतिशत तक पहुंच गया है। गोआ का वोट शेयर 27 प्रतिशत और हिमाचल प्रदेश में 13 प्रतिशत बताया गया है। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव क्योंकि पंजाब और गोआ के बाद है, इसलिए माना जा रहा है कि आप ने यदि उक्त दो राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया तो इसका हिमाचल के चुनावों पर भी अच्छा असर पड़ेगा।
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने एक वर्ष पूर्व ही अपनी सांगठनिक गतिविधियां तेज कर दी थीं। पंजाब सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों पर धरना प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। राज्य में बढ़ती नशाखोरी को मुख्य मुद्दा बनाया गया है। वहां मादक पदार्थों की तस्करी में सत्ता में बैठे कुछ लोगों पर भी उंगलियां उठ रही हैं। आप का दावा है कि वह पंजाब में कुल 117 में से 100 से अधिक सीटें जीतेगी। पंजाब में कांग्रेस की कैंपेनिंग देख रहे प्रशांत किशोर ने भी हाल ही में स्वीकारा था कि वहां आप को बढ़त प्राप्त है। विख्यात वकील एचएस फूल्का, जो 1984 के दंगों के पीड़ित सिक्खों को न्याय दिलाने के लिए अदालतों में लड़ रहे हैं, चुनाव में पार्टी का मुख्य चेहरा होंगे।
गोआ के पणजी में आयोजित रैली में गत दिवस दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा कर दी कि आप गोआ विधानसभा की सभी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और सरकार बनाएगी। इससे पूर्व रैली को लेकर पार्टी ने पूरे शहर में पोस्टर लगाकर नारा दिया था कि, ‘गोवा एक राजनीतिक क्रांति के लिए तैयार है।’ गोआ में आप का बढ़ता प्रभाव देखकर भाजपा में खलबली मच गई हैं। चर्चा है कि केंद्र में रक्षामंत्री मनोहर परिकर को वापस गोआ भेजने के लिए मंथन चल रहा है। परिकर रक्षामंत्री बनने से पूर्व गोआ के मुख्यमंत्री थे।
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आप की गतिविधियों की समीक्षा के लिए सुंदरनगर में प्रदेश प्रभारी संजय सिंह की अध्यक्षता में पार्टी पदाधिकारियों, संयोजकों और बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया। संजय सिंह ने विधानसभा वाईज संगठन की मजबूती का जायजा लिया और सुस्त पदाधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए। उन्होंने घोषणा की कि पार्टी ने पंजाब के बाद केवल हिमाचल प्रदेश में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। आप यहां पूरी शिद्दत के साथ चुनाव लड़ेगी और सरकार बनाएगी। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वर्ष के अंत तक सभी बूथों में पार्टी की कमेटियां गठित हो जानी चाहिएं।
आप के प्रदेश संयोजक डा. राजन सुशांत इन दिनों पार्टी की मजबूती के लिए विस्तृत जनसंपर्क अभियान छेड़े हुए हैं। वे हर कार्यकर्ता से सीधे संपर्क साध रहे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में निर्धारित समय से एक वर्ष पूर्व चुनाव की प्रबल संभावना है। इसलिए कार्यकर्ताओं को अधिक मुस्तैदी से कार्य करने की जरूरत पड़ेगी।
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