शिमला। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में नई ऑप्टिकल फाईबर लाईन बिछाकर जियो नेटवर्क को सुदृढ़ बनाने में रुचि दिखाई है। उन्होंने फलों और सब्जियों के लिए कटाई से पूर्व फसल प्रबंधन के अतिरिक्त बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ क्षेत्रों में मोबाइल फोन इकाइयां स्थापित करने के लिए कंपनी की टीम को राज्य का दौरा कर इससे जुड़ी गतिविधियों को अंतिम रूप देने का आश्वासन दिया। उन्होंने विशेषकर धर्मशाला में रिजॉर्ट स्थापित करने की इच्छा भी व्यक्त की।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार सायं मुम्बई में मुकेश अंबानी से भेंट की तथा उनसे प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने रिलायंस ग्रुप को राज्य सरकार द्वारा नवम्बर माह में धर्मशाला में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टरस मीट के लिए आमंत्रित किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में निवेश के इच्छुक उद्यमियों के लिए अनेक सुविधाएं प्रदान कर रही है। इनमें भूमि बैंक, निर्बाध विद्युत आपूर्ति तथा जिम्मेवार प्रशासन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री की मुकेश अंबानी के साथ हुई इस बैठक को काफी सफल माना जा रहा है।
महिन्द्रा ग्रुप के साथ 300 करोड़ का एमओयू– राज्य सरकार ने शुक्रवार को मुम्बई में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में सोलन जिले के कंडाघाट, मंडी जिले के जंजैहली, कोलडैम और धर्मशाला में महिन्द्रा रिजोर्ट में निवेश के लिए मै. महिन्द्रा रिजोर्ट के साथ 300 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर महिन्द्रा होलीडेज व रिजोर्ट्स के अध्यक्ष अरुण नंदा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने मुम्बई के उद्योग घरानों के प्रतिनिधियों व प्रमुखों के साथ बिजनेस टू गवर्न्मेंट (बी2जी) बैठक भी की। उन्होंने आरपीजी इंटरप्राईज के अध्यक्ष हर्ष गोयंका से मुलाकात कर जिला सोलन के वाक्नाघाट के आईटी पार्क में निवेश के बारे में चर्चा की। हर्ष गोयंका ने कहा कि उनकी कंपनी प्रदेश में रबड़ व चाय की खेती को लेकर निवेश की संभावनाएं तलाश रही है। सरकार ने उन्हें सुझाव दिया कि हिमाचल प्रदेश कान्ट्रेक्ट फारमिंग के लिए अनुकूल है।
जयराम ठाकुर ने डी.पी वर्ल्ड के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की, जिन्होंने बद्दी में लॉजीस्टिक सेक्टर और ड्राई पोर्ट में निवेश में रुचि दिखाई। राज्य सरकार ने डीपी वर्ल्ड से लॉजीस्टिक सेक्टर को लेकर प्रस्ताव पेश करने का सुझाव दिया ताकि बद्दी क्षेत्र में लॉजीस्टिक पार्क की संभावना खोजी जा सके।
मुख्यमंत्री ने चीफ काउंसल इंडिया और एएमईए, मोनडेलिज़ी इंडिया, स्री पटेल, सीओओ यूनाईटेड फोस्फोरस लिमिटेड सागर कौशिक से एक- एक करके मुलाकात की। कंपनी बागवानी के साथ-साथ सेब और संतरे की खरीद कर उन्हें खुदरा व्यापारियों को वितरण का व्यापार भी करती है। उन्होंने भारत में उनके उत्पादों और विस्तार के बारे में मुख्यमंत्री को एक प्रस्तुति दी। कंपनी हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में खरीदे जा रहे फलों की शैल्फ लाईफ बढ़ाने के लिए फसल उपरांत प्रौद्योगिकी को विकसित करने की संभावनाएं खोज रही है। कंपनी ने सेब की खरीद के लिए हिमाचल में मौजूद सुविधा के पांच गुना विस्तार का प्रस्ताव रखा।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों को धर्मशाला में होनी वाली ग्लोबल इंवेस्टस मीट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, राम सुभग सिंह और मनोज कुमार, प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना, निदेशक उद्योग हंस राज शर्मा, विशेष सचिव आबिद हुसैन सादिक और मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे।