हरिद्वार। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के वरिष्ठ पत्रकार माधवकांत मिश्र अब स्वामी मार्तण्डपुरी के नाम से जाने जाएंगे। उन्होंने धर्मनगरी
सनातन धर्म को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से देश के कोने-कोने में पहुंचाने वाले वरिष्ठ पत्रकार माधवकांत मिश्र (66) ने शुक्रवार को गृहस्थ आश्रम छोड़कर संन्यास आश्रम में प्रवेश किया। श्री मिश्र को महानिर्वाणी अखाड़े के संत के रूप में दीक्षा देने के बाद स्वामी विश्वदेवानंद महाराज ने मार्तण्डपुरी नाम दिया। कनखल स्थित श्री यंत्र मंदिर परिसर में आयोजित संन्यास दीक्षा समारोह में महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रघुवंश पुरी ने स्वामी मार्तण्डपुरी का अभिनंदन करते हुए कहा कि धर्म के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति को ईश्वर की कृपा सहज ही प्राप्त हो जाती है। शिवयोगी रघुवंश पुरी ने श्रीमिश्र की ओर से रुद्राक्ष के पौधों को रोपण के लिए चलाए जा रहे अभियान की प्रशंसा की। इसके अलावा वहां मौजूद अन्य संतगणों ने भी श्रीमिश्र के पूर्व में किए कार्यों को सराहा और उन्हें संन्यासी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार कमलकांत बुतकर ने मिश्र को एक शिशु संन्यासी बताया और कहा कि अब महानिर्वाणी अखाड़े में ही संतगणों के उपदेश वचनों से उनका शिशुपान होगा। अंत में पत्रकार से संन्यासी बने श्री मिश्र ने कहा कि उन्होंने प्रभु की आज्ञा और परिवार के सहयोग से ही यह कदम उठाया है। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी शिवप्रेमानंद, ऋषि रामकृष्ण, महंत ललता गिरी, महंत बिल्केश्वरगिरी, महंत महेंद्र सिंह, महंत मोहन सिंह, महंत कमलदास समेत कई संतगण मौजूद थे।
पत्रकारिता छोड़ माधवकांत मिश्र बन गए संन्यासी
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