ऊना। सरकारी कुनीतियों के कारण प्रदेश में आज शिक्षण-प्रशिक्षण की व्यवस्था किस तरह लगातार गर्त में जा रही है, इसका अंदाजा यहां कोटला खुर्द में
इस निजी आईटीआई के छात्रों ने मीडिया को बताया कि उन्होंने पिछले दो वर्षों से संस्थान के प्रधानाचार्य को देखा ही नहीं है। संस्थान में उन्हें पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक तैनात किए हैं, लेकिन वे भी ज्यादातर गायब ही रहते हैं। कई बार तो दोपहर तक कोई भी शिक्षक संस्थान में नहीं पहुंचता। उन्होंने कहा कि यदि वे शिकायत करते हैं कि संस्थान की ओर से उनका भविष्य खराब कर देने की धमकियां दी जाती हैं। इन छात्रों ने गत दिवस उपायुक्त अभिषेक जैन को भी यह सारी कहानी बताई।
संस्थान के छात्रों- सोमनाथ, रजत कुमार, मितेश, कपिल राणा, हरदीप सिंह, सुनील कुमार, कुलविंद्र सिंह, सतनाम, अंकित, अंकज कुमार, हरदीप, मनदीप, रमन धीमान, सतवीर, राजन, अभिषेक, जीवन, राकेश, रमन सैणी, सुरेश, संजय कुमार, गौरव कुमार व गगन कुमार आदि ने उपायुक्त को बताया कि वे इलेक्ट्रिशियन ट्रेड के छात्र हैं। न तो उनके लिए संस्थान में प्रेक्टिकल की कोई व्यवस्था है और न ही संस्थान में उन्हें पढ़ाने वाला कोई है। उन्होंने कहा कि संस्थान के संचालक ने कई बार उनसे एनएसएस कैंप के नाम पर अपनी जमीन में भी काम करवाया।
उन्होंने कहा कि अव्यवस्था को लेकर संस्थान के शिक्षकों से भी इसकी शिकायत की गई, लेकिन शिक्षक और संचालक उन्हें नाम कटवाने और उनका भविष्य खराब करने की धमकी देते हैं। जब वे संस्थान में शिक्षकों की व्यवस्था करने को कहते हैं तो संस्थान के संचालक उन्हें झांसा देते हैं कि एक दो दिन में टीचर आ जाएंगे, लेकिन पिछले एक डेढ़ वर्ष से ऐसा ही चल रहा है। उन्होंने बताया कि उनके ट्रेड से संबंधित प्रेक्टिकल के लिए भी संस्थान के पास कोई सामान नहीं है। छात्रों ने यह भी कहा कि उन्हें आज तक पता नहीं है कि संस्थान का प्रिंसिपल कौन है।
उपायुक्त अभिषेक जैन ने निजी आईटीआई के खिलाफ शिकायत पत्र मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि यह वास्तव में ही गंभीर मामला है। इस संदर्भ में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।