कुल्लू। विख्यात पर्यटक स्थल मनाली में रोहतांग दर्रे के समीप मढ़ी और अन्य पर्यटक स्थलों में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इको फ्रेंडली मार्किट को बढ़ावा देने के लिए कसरत चल रही है। इन दिनों राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) और राज्य प्रशासन में इसके लिए गहन मंथन चल रहा है। मौके पर दौरा कर स्थानीय कारोबारियों से भी विचार विमर्श किया जा रहा है। पिछले कुछ अरसे में एनजीटी के हस्तक्षेप से रोहतांग दर्रे में नियमित साफ सफाई होने के कारण दर्रा अपने पुराने स्वरुप में लौट आया है।
पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव तरुण कपूर की अध्यक्षता में एनजीटी की टीम ने गत दिवस ही रोहतांग दर्रे का दौरा किया और वहां पर्यटनीय गतिविधियों को व्यवस्थित करने पर चर्चा की। रोहतांग दर्रे में पहले गर्मियों में हर रोज 4 से 5 हजार पर्यटक वाहन जाते थे, जिन्हें एनजीटी ने कम कर प्रतिदिन 800 पेट्रोल वाले और 400 डीजल वाहन तक सीमित कर दिया है। पर्यटक वाहनों व सैलानियों का भार कम होने व गंदगी न पड़ने से दर्रे की सुंदरता लौटने लगी है। हालांकि आरंभ में प्रशासन को इसमें स्थानीय कारोबारियों के रोष का सामना भी करना पड़ा, लेकिन अब सब कुछ सामान्य सा हो गया है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देशानुसार रोहतांग के लिए गठित मानीटरिंग कमेटी की वीरवार को कुल्लू में तरुण कपूर की अध्यक्षता एक समीक्षा बैठक भी हुई, जिसमें बताया गया कि मढ़ी में पर्यटकों की सुविधा के लिए 14 रेस्तरां के निर्माण के अलावा छ: अन्य दुकानों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। तरुण कपूर ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को शेष कार्य को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
प्रधान सचिव ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे गुलाबा के आस-पास पिकनिक स्पॉट विकसित करें और वहां अधिक से अधिक पौधारोपण सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला प्रशासन को गुलाबा में पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था करने और गुलाबा बैरियर पर सोलर लाइट लगाने के निर्देश दिए। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को एनजीटी के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए ब्यास नदी में सीवरेज और अन्य किसी भी तरह की गंदगी न डालने की हिदायत दी। बताया गया कि हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कुल्लू जिला में ठोस कचरा प्रबंधन से संबंधित एक संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी, जिसमें होटलियर्स एसोसिएशन के सदस्यों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
प्रधान सचिव ने बताया कि गुलाबा, मढ़ी और रोहतांग के कुछ क्षेत्रों को साडा के अंतर्गत लाने के प्रयास किए जाएंगे ताकि वहां सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो सके। उन्होंने एनजीटी के आदेशों की अनुपालना के लिए परिवहन विभाग को बैरियरों पर वे-इन-मोशन ब्रिज शीघ्र स्थापित करने के निर्देश भी जारी किए। उन्होंने सभी विभागों से कहा कि वे एनजीटी के आदेशों से संबंधित कार्यों को शीघ्र पूरा करें और यातायात को सुचारू बनाने के लिए पुलिस भी विशेष योजना तैयार करें।