धर्मशाला। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा है कि मोदी सरकार ने हिमाचल की HET पर भी गहरा आघात किया है। उन्होंने कहा, “आपने मुझे जो हिमाचली टोपी पहनाई है, यह HET प्रदेश की शान है। यह HET हॉर्टीकल्चर, एग्रीकल्चर और टूरिज्म से मिलकर बनी है। नोटबंदी के कारण ये तीनों ही उद्यम आज गंभीर संकट में आ गए हैं।”
धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में शनिवार को इस विशाल रैली में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और जाली करंसी से निपटने के नाम पर नोटबंदी की घोषणा की थी, लेकिन वास्तव में इससे देश के गरीब मजदूरों, किसानों, छोटे दुकानदारों व मध्यम वर्ग पर ही आक्रमण किया गया, जबकि बड़े मगरमच्छ अपना कालाधन सफेद करके पाक साफ हो गए। देश की 99 प्रतिशत ईमानदार आम जनता का धन खींच कर एक प्रतिशत बेइमानों की झोली में डाल दिया गया है। परिणाम स्वरूप मात्र 50 बड़े कारपोरेट घरानों के पास देश की 60 प्रतिशत संपदा जमा हो गई है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता ने प्रदेश के किसानों, बागवानों और पर्यटन कारोबारियों के अतिरिक्त जनजातीय क्षेत्रों को भी अपने भाषण में जोड़ा, जिससे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सहित वहां मौजूद सभी कांग्रेस नेताओं के चेहरे खिल गए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी काफी संख्या में आदिवासी हैं, जिस तरह मध्यप्रदेश, झारखंड और छतीसगढ़ में हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन आदिवासियों को बंदूक की नोक पर उनके जल, जंगल और जमीन के अधिकारों से बेदखल करने पर तुली है। ये आदिवासी यदि कहीं विरोध में खड़े होते हैं तो उन्हें गोली मार दी जाती है। मोदी सरकार ने पिछले अढ़ाई साल में यही कुछ किया है।
राहुल गांधी इस दौरान आम पब्लिक के साथ खुल कर मिले और उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक कलाकारों की साथ नृत्य भी किया। मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने भी इस नृत्य में भाग लिया। इसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के साथ आसपास टहले भी और एक स्टाल से बर्गर खरीद कर उसका आनंद भी उठाया।
इससे पूर्व रैली को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू तथा उद्योगमंत्री मुकेश अग्निहोत्री आदि ने भी संबोधित किया और प्रदेश में विपक्षी दल भाजपा पर कड़े प्रहार किए।