असंतुष्ट भाजपाइयों ने शुक्रवार को पालमपुर में एक बार फिर से मुख्यमंत्री प्रो. प्रेमकुमार धूमल के कार्यक्रम से स्वयं को अलग रखा, लेकिन मुख्यमंत्री अपने हावभाव से यह प्रदर्शित करते नजर आए कि उन्हें इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रो. धूमल पालमपुर में चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. जीसी नेगी कॉलेज ऑफ वैटरीनरी एण्ड एनीमल साईंसिज के रजत जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। वहां भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांता कुमार, उद्योग मंत्री किशन कपूर और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश धवाला आदि की अनुपस्थिति से राजनीतिक चर्चाओं को पंख लगने स्वाभाविक थे, परंतु मुख्यमंत्री ने इस संबंध में मीडिया के सवालों को हंसी मजाक में टाल दिया।
भाजपा नेताओं की अनुपस्थिति के बारे में पूछने पर प्रो. धूमल ने हंसते हुए कहा, ”हो सकता है विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें निमंत्रण ही न मिला हो।”
हाल ही में कुछ असंतुष्ट भाजपाइयों द्वारा गठित ‘हिमाचल प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा’ के इस संबंध में पूछने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पार्टी और सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। वास्तव में अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद भ्रष्टाचार की बात करना एक फैशन बन गया है और ये लोग भी यही सब कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कहीं भ्रष्टाचार है तो उसे तथ्यों सहित सामने लाया जाना चाहिए। सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
हिम न्यूज़पोस्ट.कॉम ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या इन भाजपाइयों के खिलाफ आप कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई करने जा रहे हैं? तो उनका कहना था कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में जीत सकने वाले प्रत्याशियों को ही टिकट दिए जाएंगे और इसके लिए नेताओं के कार्यों का आकलन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए पशु वैज्ञानिकों से राज्य में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने का आह्वान किया और कहा कि प्रदेश सरकार ने कृषि और पशुपालन विकास के लिए अनेक कार्यक्रम आरंभ किए हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि राज्य का कुल पशुधन 52.26 लाख है, जबकि प्रदेश की कुल जनसंख्या लगभग 68 लाख है। यह प्रसन्नता का विषय है कि राज्य की कृषि आय में पशु धन का 40 प्रतिशत योगदान है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा वित्तपोषित 1.50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले चामुंडेश्वरी कन्या छात्रावास-2 का शिलान्यास भी किया, जिसमें 60 छात्राओं के लिए 20 कमरों की आवासीय सुविधा होगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 एसके शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए बताया कि महाविद्यालय ने 573 वैटरीनरी स्नातक, पशु विज्ञान में 242 स्नातकोत्तर और 20 पीएचडी विद्यार्थी तैयार किए हैं और 8 करोड़ रुपये की लागत की 75 शोध कार्य परियोजनाएं पूरी की गई हैं। 29 शोध कार्य परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं तथा शिक्षक वर्ग के 1500 से अधिक शोध लेख राष्ट्रीय पत्रिकाओं व 130 शोध लेख अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री रविन्द्र सिंह रवि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी, विधायक आत्मा राम, प्रवीण शर्मा, राकेश पठानिया और संजय चौधरी सहित अनेक उच्च अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे।