धर्मशाला।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने पहले सुरक्षा मुहैया कराने पर असमर्थता जताई थी और पूर्व सैनिकों के एतराज़ का हवाला दिया था। धर्मशाला में शहीदों के परिजनों व हिंदू संगठनों सहित कांग्रेस और कुछ भाजपा नेता भारत- पाक मैच के खिलाफ खुलकर आ गए थे। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यह भी कहा था कि सरकार खिलाड़ियों को सुरक्षा मुहैया कराने में सक्षम है, लेकिन यदि इस दौरान भूतपूर्व सैनिकों या शहीद सैनिकों के परिवारों ने कोई प्रदर्शन किया तो सरकार उन्हें नियंत्रित करने के लिए किसी तरह का बल प्रयोग नहीं करेगी।
ऐसे ही माहौल में पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी अपनी टीम की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने सुरक्षा विशेषज्ञों की अपनी टीम को जांच के लिए धर्मशाला भेजा था। अंततः आईसीसी को मैच स्थल बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्ड्सन ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैच की नई जगह कोलकाता का ईडन गार्डन होगी। वहां पूर्व निर्धारित तिथि 19 मार्च को ही मैच कराया जाएगा।
बीसीसीआई के सचिव एवं एचपीसीए के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने धर्मशाला से मैच छिन जाने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सीएम की नकारात्मक टिप्पणियों ने राज्य की छवि पूरे विश्व में खराब की है।