किन्नौर। आम जनता की भावनाओं को भांप कर किन्नौर में जिला कांग्रेस कमेटी ने ‘जेपी भगाओ किन्नौर बचाओ’ की मुहिम आरंभ कर दी है। कांग्रेस ने इसका आगाज मंगलवार को जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में विरोध प्रदर्शन और जेपी का पुतला फूंक कर किया। कांग्रेसियों ने पूरे बाजार में प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उसके बाद देवराज नेगी चौक पर कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष सत्यजीत नेगी सहित कई पदाधिकारियों ने जनसभा को सम्बोधित किया ।
सत्यजीत नेगी ने कहा कि जेपी कंपनी ने करछम-वांगतू विद्युत परियोजना के निर्माण के समय भाजपा सरकार के साथ मिलकर वन अधिनियमों की भी जमकर धज्जियां उड़ाई हंै। सरकार और कंपनी चाहती तो इस परियोजना की ट्रांसमीशन लाइन बिछाते समय हजारों पेड़ों को बली चढऩे से बचाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि यह लाइन सतलुज नदी के दायीं ओर से ले जाई जा सकती थी, लेकिन सरकार के साथ मिलकर कंपनी उसे वहां से ले गई जहां घने जंगल थे। उन्होंने कहा कि इससे कंपनी का लाइन बिछाने का खर्चा तो कम हुआ, लेकिन इसके लिए हजारों पेड़ों की बली चढ़ानी पड़ गई। यही नहीं इसमें भी कंपनी ने स्वीकृति से कहीं अधिक पेड़ों का कटान किया है। इसके अतिरिक्त कंपनी ने सरकार के साथ मिल कर करछम-वांगतू परियोजना की क्षमता को भी गलत तरीके से एक हजार मैगावाट से बढ़ाकर 1200 मैगावाट किया है।
कांग्रेसियों ने मांग की है कि कंपनी की 200 मैगावाट की अतिरिक्त बिजली को बिजली बोर्ड के अधीन किया जाए तथा नालागढ़ के बघेरी थर्मल प्लांट की तर्ज पर करछम-वांगतू परियोजना में हुई अनियमितताओं के लिए कंपनी पर बड़ा जुर्माना लगाया जाए।
जिला कांग्रेस कमेटी ने बाद में इस मामले में एक ज्ञापन किन्नौर के उपायुक्त माध्यम से प्रधानमंत्री, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर को ज्ञापन भी सौंपा है।