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बादल फटने से 3 मकान बहे, भारी नुकसान

 कुल्लू। कुल्लू घाटी में इस बार भी वर्षा ऋतु अपना कहर बरपा रही है। विगत रात जगह- जगह बादल फटने और भूस्खलन के कारण कई मकान बह गए और बागीचों सहित काफी कृषि भूमि नष्ट हो गई। गनीमत है कि इन मकानों में लोग नहीं रहते थे, जिस कारण कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।

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आनी उपमंडल में कंडुगाड़ के पास बादल फटने से तीन पुराने मकान बह गए और सड़क बंद हो गई। इसके अलावा कई खेत, पेड़ व फसलें भी बह गईं। मार्ग बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी बागवानों को हो रही है, जिनकी सेब की कई गाड़ियां रास्तों में फंस गई हैं।

 बीती मंगलवार रात पूरे आनी क्षेत्र में भारी बारिश से कई घरों को भुस्खलन से खतरा उत्पन्न हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग औट- लुहरी- सैंज कोटनाला के पास बंद हो गया, जिस कारण निगम की बसों के साथ अन्य भी सैकड़ों बहन फंस गए हैं।एसडीएम आनी पंकज शर्मा ने कहा कि अधिकारियों को मौका पर जाने का आदेश दिया है। मार्ग को बहाल करने के लिए भी एनएच प्राधिकरण को कहा गया है। 

रोहताग सुरंग के सोलंग स्थित साउथ पोर्टल (एमएसपी) 7 प्वाइंट पर नाले में रात को बादल फटने से सोलंग धुंधी मार्ग अवरुद्ध हो गया। नाले में आई बाढ़ से भारी मलबा सड़क पर आ गया। उधर, एमएसपी तीन प्वाइंट के नाले में भी बाढ़ आने से मार्ग अवरुद्ध हुआ, लेकिन वहां मलबे को हटाकर बीआरओ ने मार्ग बहाल कर लिया है। बीआरओ रोहताग सुरंग परियोजना के चीफ इंजीनियर एनएम चन्द्रराणा ने बताया कि नालों में बाढ़ से भारी भरकम मलबा सड़क पर आ गया था, लेकिन इसे अब हटा दिया गया है। 

सोती में विस्थापन का डरः सैंज घाटी के बनोगी पंचायत में सोती गांव के वासियों को फिर विस्थापन का डर सताने लगा है। पहले परियोजना के नाम पर सोतीवासी उजड़ते रहे और अब उन्हें भूस्खलन से घर छिनने की चिंता सताने लगी है। शलाह स्थित डैम से सौ मीटर की दूरी पर बसे सोती गांव के आसपास भूस्खलन होने से ग्रामीण दहशत में हैं। वहां गांव के साथ बहने वाले नाले में जलस्तर बढ़ने से रास्ते टूट गए हैं। परियोजना निर्माण के लिए की गई खुदाई से गांव के नीचे से गुजर रही सड़क धंस रही है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन उनकी समस्या पर गंभीर नहीं है। यदि हालात यही रहे तो उन्हें मजबूरन पूरा गांव खाली कर दूसरों के घरों में शरण लेनी पड़ेगी। 

मीडिया ने इस संबंध में जिला परिषद अध्यक्ष रोहिणी चौधरी से बात की तो उनका कहना था कि, “मैंने इस संबंध में प्रशासन सहित पार्वती परियोजना के अधिकारियों को मौके का मुआयना करने मांग की है। शीघ्र ही सभी अधिकारियों के साथ सोती गांव का जायजा लिया जाएगा।”

 उल्लेखनीय है कि कुल्लू जिला और इसके साथ लगते मंडी जिला के क्षेत्रों में हर वर्ष ही बरसात के दौरान बादल फटने की घटनाएं होती है। वैज्ञानिक अध्ययनों के बावजूद इसके मूल कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

एचएनपी सर्विस

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