शिमला। हिमाचल प्रदेश ने संसदीय चुनाव में एक बार फिर से चारों सीटें भाजपा की झोली में डाल दी। सभी सीटों पर हार जीत का अंतर लाखों में होने के कारण कांग्रेसी खेमा सदमे में है। चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेसी दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा, “मैंने 55 साल के राजनीतिक जीवन में कांग्रेस की पहले कभी ऐसी हार नहीं देखी। सब कुछ कल्पना से परे है। यह चुनाव शोध का विषय है।”
उल्लेखनीय है कि 2014 के संसदीय चुनाव में भी हिमाचल में भाजपा ने चारों सीटों पर कब्जा किया था, लेकिन इस बार हार जीत के अंतर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
शिमला संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने कांग्रेस के धनीराम शांडिल को 3,06,574 मतों के अंतर से पराजित किया। सुरेश कश्यप को 5,66,982 और धनी राम शांडिल को 2,60,408 वोट मिले।
मंडी सीट से भाजपा प्रत्याशी राम स्वरूप शर्मा ने कांग्रेस के आश्रय शर्मा को 3,21,794 मतों के अंतर से पराजित किया। राम स्वरूप शर्मा को 5,15,757 और आश्रय शर्मा को मात्र 1,93,963 मत प्राप्त हुए।
हमीरपुर संसदीय सीटे से भाजपा के अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के रामलाल ठाकुर को 3,28,965 वोटों के अंतर से हराया। अनुराग ठाकुर को 5,55,000, रामलाल ठाकुर को 2,26,035 वोट मिले।
इसी प्रकार कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा के किशन कपूर ने कांग्रेस प्रत्याशी पवन काजल को 3,53,574 मतों के अंतर से हराया। किशन कपूर 5,39,629 और पवन काजल को 1,86,355 वोट मिले। इस चुनाव में भाग ले रहे अन्य सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।