शिमला। नई दिल्ली के सुल्तानपुर में स्थित गांधी आर्ट गैलरी में मूंगा फाउंडेशन की ओर से आयोजित आर्ट वैली कंपीटीशन एंड एग्जिबिशन (आर्ट वैली प्रतियोगिता व प्रदर्शनी) 2017 में गीतांजली वर्मा की पेंटिंग को आर्ट वैली अवार्ड से नवाजा गया हैं। गीतांजली वर्मा को ये अवार्ड पदमश्री व पदमभूषण से अलंकृत देश के विख्यात मूर्तिकार राम वी सुतार ने एक सादे व गरिमापूर्ण समारोह में प्रदान किया। आर्ट वैली अवार्ड के अलावा गीतांजली वर्मा को दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया।
अवार्ड मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए गीतांजली वर्मा ने कहा कि- “ये राज्य से बाहर राष्ट्रीय स्तर की पहली प्रदर्शनी थी। मेरी पेंटिंग को पहली ही प्रदर्शनी में अवार्ड के लिए चुना गया। मुझे इसकी बहुत खुशी है। इसके अलावा पदम भूषण अलकृंत विख्यात मूर्तिकार राम वी सुतार से अवार्ड लेना भी मेरे लिए गौरव की बात है।”
मूंगा फाउंडेशन की ओर से आयोजित आर्ट वैली कंपीटीशन एंड एग्जिबिशन (आर्ट वैली प्रतियोगिता व प्रदर्शनी) 2017 में देश भर से चार दर्जन के करीब कलाकारों ने अपने पेटिंग्ज को प्रदर्शित किया गया था। गीतांजली वर्मा हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में अर्की तहसील के गांव पलानियां की रहने वाली हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से 2016 में विजुअल आर्ट में एमए की डिग्री ली है।
गीतांजली के अलावा वाराणसी के रतन दीप चक्रवर्ती और दिल्ली के रवजोत सिंह को भी आर्ट वैली अवार्ड प्रदान किया गया। पदम भूषण अलंकृत राम वी सुतार ने इन दोनों को नाइन फिश आर्ट गैलरी के सौजन्य से दस –दस हजार रुपये का कैश प्राइज भी दिया। इनके अलावा बाकी सभी कलाकारों को मेडल, स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
विख्यात मूर्तिकार सुतार ने समारोह में आए सभी कलाकारों से कहा कि वो प्रकृति का अवलोकन किया करें और जो देखा, उसे ध्यान में रखें । उन्होंने कहा कि निरंतर अभ्यास करने से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है। राम वी सुतार को 1999 में पदमश्री व 2016 में पदम भूषण से नवाजा गया था।
इस मौके पर मूंगा फाउंडेशन के फाउंडर जयेश शर्मा ने कहा कि फाउंडेशन भविष्य में इस तरह की प्रदर्शनियों का और अधिक आयोजन करेगा। देश के कलाकारों की कलाकृतियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का प्रयास किया जाएगा।