मंडी। मंडी जिला के पधर उपमंडल में नेशनल हाईवे पर उरला के समीप कोटरूपी में शनिवार देर रात पहाड़ी दरकने से हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की दो बसें और कुछ मकान चपेट में आ गए। इस हादसे में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की आशंका है। हादसा बीती रात करीब 12.30 बजे हुआ। आशंका है कि बसों के अतिरिक्त कुछ छोटे वाहन भी मलबे में दबे हो सकते हैं।
प्रशासन सहित स्थानीय लोग रात से ही बचाव कार्य में जुटे हैं| समाचार लिखने तक आठ शव निकाले जा चुके थे। हादसे में एक चार मंजिला मकान भी तबाह हुआ है।
मौके पर से मिली जानकारी के अनुसार पठानकोट- मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटरूपी में देर रात भारी भूस्खलन हुआ। पूरी पहाड़ी धंसने से कोटरूपी कस्बा सहित दो बसें मलबे की चपेट में आ गईं। मलबे में अनेक छोटे वाहनों के दबने की भी आशंका है।
कोटरूपी में दो बसें रात को चाय पानी के लिए रुकी थीं। जैसे ही पहाड़ी धंसी दोनों बसें भूस्खलन की चपेट में आ गईं। कटड़ा- मनाली रुट पर जा रही एक बस में करीब सात यात्री सवार थे। एक अन्य अभागी चम्बा- मनाली रूट की बस भी मलबे की चपेट में। बस में से काफी समय तक बचाओ, बचाओ की आवाजें आ रही थीं, लेकिन बाद में आवाजें आना बंद हो गई। इस बस में करीब 45 यात्री सवार थे। इनमें सभी की मौत हो जाने की आशंका है।
नेशनल हाईवे पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण बसें करीब एक किलोमीटर तक नीचे बह कर चली गईं। भारी बारिश व अंधेरा होने के कारण प्राशासन को बचाव कार्य में बहुत परेशानी हुई। प्रशासन ने मंडी- पठानकोट मार्ग पर वाहनों की आवाजाही मंडी व जोगेन्द्रनगर में रोक दी है ताकि एम्बुलेंस मौके के लिए रवाना हो सकें।