शिमला। कांग्रेस ने शिमला नगर निगम के चुनाव में भितरघात करने वाले कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है कि वे पार्टी विरोधी गतिविधियों को तुरंत बंद कर दें अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी आनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने सोमवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसी बहुत सारी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ कार्यकर्ता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ काम कर रहे हैं।
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कुलदीप सिंह राठौर ने आरोप लगाया कि बघेरी थर्मल प्लॉट प्रकरण पर भाजपा और स्वयं मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल बार-बार गलत बयानबाजी कर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए केंद्र सरकार को भी दोषी ठहराने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके विरोध में 22 मई को प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर तक रोष दिवस आयोजित कर जनता को वास्तविकता से अवगत कराएगी।
उन्होंने दोहराया कि वर्ष 2007 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस थर्मल प्लांट के प्रस्ताव को रद्द कर दिया था। उसके बाद भाजपा ने ही फैसले में बदलाव कर जेपी कंपनी को प्लांट लगाने की मंजूरी प्रदान की। उन्होंने मांग की कि वर्ष 2008 से बाद इस मामले में भाजपा सरकार का क्या रवैया रहा, इसकी सीबीआई जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि करछम-वांगतू प्रोजेक्ट और पालमपुर में स्वामी विवेकानंद ट्र्स्ट के बारे में भी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। भाजपा ने हर जगह सभी नियमों को ताक पर रख कर जेपी कंपनी को लाभ पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयुक्त से मांग की थी कि चुनाव आचार संहिता रहने तक शहर में प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को दर्शाने वाले होर्डिंग्स हटाए या ढके जाएं, लेकिन इसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उनके अनुसार चुनाव आयुक्त मात्र 27 अप्रैल के बाद लगे होर्डिंग्स को ही हटाने की बात कह रहे हैं, जोकि अपने आप में ही हैरान कर देने वाला फैसला है। ऐसा आज तक पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने मांग की कि चुनाव आयुक्त अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करें अन्यथा कांग्रेस को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ सकता है।