देहरादून। कृषि अनुसंधान तथा अकादमिक कार्यकलापों में आपसी सहयोग के लिए विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा तथा चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विवि पालमपुर के बीच पारस्परिक सहयोग के लिए पांच वर्षीय समझौता किया गया है। इस समझौते के तहत दोनों संस्थान प्रगतिशील खेती तथा वैज्ञानिकीय दक्षता के लिए आपसी सहयोग करते रहेंगे। इसमें वैज्ञानिक ज्ञान तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा।
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अल्मोड़ा में एक कार्यक्रम में हिमांचल प्रदेश कृषि विवि के कुलपति डा. एसके शर्मा तथा विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. जेसी भट्ट ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। दोनों संस्थान अभिजनक बीजों का आदान प्रदान कर उनके अधिकाधिक प्रसार के लिए प्रयास करेंगे। विकसित तकनीकों को अपने क्षेत्र की अनुकूलता के अनुरूप तथा लाभदायी करने के लिए भी मिलकर साथ काम होगा। दोनों संस्थान पर्वतीय क्षेत्र के लिए विकसित विभिन्न किस्मों के बीजों की उपलब्धता बढ़ाने का प्रयास करेंगे और छोटे कृषि यंत्रों, मशीनों, कीट व्याधि प्रबंधन, संरक्षित खेती आदि विभिन्न तकनीकी जानकारी का परस्पर आदान प्रदान करेंगे।
वीपीकेएएस की विभिन्न फसलों की किस्में केंद्रीय प्रजाति विमोचन समिति से संपूर्ण उत्तर पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के लिए अनुमोदित हैं। इन्हें हिमाचल प्रदेश में उत्पादन के लिए भी संस्तुत किया जाएगा। वैज्ञानिकों ने कहा कि दोनों संस्थानों के वैज्ञानिक एक-दूसरे की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे तथा सुविधानुसार दोनों स्थानों पर उन्नत तकनीकों का परीक्षण भी कर सकेंगे। इस मौके पर विवि के निदेशक (शोध) डा. एस शर्मा, डीन, विभिन्न विभागों के अध्यक्ष तथा वीपीकेएएस के फसल सुधार विभागाध्यक्ष डा. पीके अग्रवाल, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. बीएम पांडे भी मौजूद थे।