शिमला। प्रदेश में शिक्षा की बदतर हालात को लेकर भाजपा सरकार लगातार आम आदमी पार्टी के निशाने पर है। आप के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है। कहीं पर मात्र तीन छात्रों पर चार- चार शिक्षक नियुक्त किए गए हैं, दूसरी ओर प्रदेश के 2683 प्राथमिक स्कूल ऐसे हैं जो मात्र एक एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राजधानी शिमला के साथ सटे गवाही मिडल स्कूल में मात्र तीन छात्र हैं। उन्हें पढ़ाने के लिए सरकार ने चार शिक्षक नियुक्त किए हैं। दूसरी ओर प्रदेश में 11083 शिक्षकों की कमी है। शिक्षकों के साथ साथ स्कूल में बच्चों की कमी भी देखने को मिल रही है।
गौरव शर्मा ने कहा कि भाजपा के शासन काल में शिक्षा का स्तर इतना गिर चुका है कि यहां बच्चों के अभिभावक उन्हें इन स्कूलों में भेजने से परहेज कर रहे हैं। सरकार मौज मस्ती में व्यस्त है, उसे बच्चों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है।उन्होंने कहा कि ऐसी शिक्षा व्यवस्था न तो प्रदेश और न ही बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल कर सकती है।
आप प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी में भी 26 सरकारी स्कूलों पर ताला लटक गया है, जहां एक भी बच्चे ने एडमिशन नहीं ली। प्रदेश में बीते साढ़े चार वर्षों में इसी तरह 500 से ज्यादा स्कूल बंद हो गए हैं, जिसमें जिला शिमला के 39 और कांगड़ा में 30 स्कूल शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की लचर शिक्षा व्यवस्था को प्रमुख मुद्दा बनाएगी और सरकार बनने पर इस क्षेत्र में व्यापक सुधार लाएगी।