नाहन सिरमौर)। मौसम में ठंडक बढ़ते ही रेणुका झील के साथ लगती पहाड़ियां प्रवासी परिंदों से गुलजार होने लगी हैं। इस बार यहां प्रवासी पक्षियों का आना कुछ पहले ही शुरू हो गया है। पहले ये पक्षी विभिन्न देशों से हजारों किलोमीटर की उड़ान भर कर यहां दिसंबर माह के पहले सप्ताह तक पहुंचते थे, लेकिन इस बार विभिन्न प्रजातियों के करीब 116 पक्षियों ने नवंबर माह में दी दस्तक दे दी है। धीरे-धीरे इन पक्षियों की संख्या बढ़ती जा रही है। रेणुका में प्रवासी मेहमानों की चहचहाहट पर्यटकों को भी खूब आकर्षित करती है।
वन्य प्राणी विभाग के आरओ राम कुमार वर्मा के अनुसार नवंबर माह के दौरान यहां अभी तक 116 प्रवासी परिंदे देखे गए हैं। इनमें से इंडियन मोरहन-80, कूड्स-12, मोलार्ड-6, कामन पोचर्ड-4, ईग्रिट-10 व किंगफिशर प्रजाति के 4 पक्षी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी नई प्रजाति ने रेणुका ने दस्तक नहीं दी है। लेकिन जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी, इन पक्षिओं की संख्या में भी इजाफा होता रहेगा।
रेणुका वैटलेंड में प्रवासी पक्षियों की संख्या में हर वर्ष उतार चढ़ाव आते रहते हैं। वर्ष 2008-09 में यहां 679, 2009-10 में 224, 2010-11 में 464, 2011-12 में 220 और 2012-13 में 487 पक्षी दर्ज किए गए थे।
राम कुमार वर्मा कहते हैं कि इस वर्ष भी प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं ताकि उन्हें यहां बेहतर वातावरण मिल सके।