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महमूद गजनवी ने 1024 में जब सोमनाथ को लूटकर अकूत खजाना पाया तो अरब और तुर्कों ने भारत को सोने की चिड़िया कहना शुरू कर दिया। ऐसी चिड़िया जिसका सारा खजाना मंदिरों में एक जगह ही संग्रहित था न कि... Read more
चिलचिलाती धूप, इंतज़ार में बैठा जन समूह, किसी करिश्माई चेहरे को देखने के लिए मंच की ओर टकटकी लगाए बैठा है। अगली पंक्तियों में खासतौर पर विराजमान विशिष्ठ प्रशिक्षित भक्त जैसा अक्सर बाबाओं, ने... Read more
…यूं तो हिमाचल में कोई भी सरकार लीक प्रूफ नहीं रही। कांग्रेस के शासन में CPMT घोटाला हुआ। याद्दाश्त कमज़ोर हो गई हो तो ज़रा दिमाग पर थोड़ा ज़ोर डालें और याद कर लें। सरकार उस वक्त भी मा... Read more
ब्रिटिश शासनकाल में मुंशी सीताराम डाक विभाग में मुलाजिम थे। वे चिट्ठियां बांटते, लोगों को चिट्ठियां पढ़कर सुनाते और उनके लिए चिट्ठियां लिखते भी थे। इसीलिए उनका नाम सीताराम से मुंशी सीताराम... Read more
हमारी हिंदी में दो सनातन वाक्यों को खूब घिसा जाता है। पहला- ‘बिगाड़ के डर से ईमान की बात नहीं करोगे?’ दूसरा- ‘अभिव्यक्ति के ख़तरे उठाने होंगे।’ काबुल यूनिवर्सिटी से आई तस्वीरों पर छाई चुप्पी... Read more
हिमाचल कला, साहित्य और संस्कृति अकादमी की अठारह हजार पुस्तकें और एक हजार दुर्लभ पांडुलिपियां अपने लिए एक स्थाई घर ढूंढने की जद्दोजहद पिछले कई वर्षों से कर रही है। हालांकि उसे विधानसभा के पास... Read more
दीपू के लच्छन बचपन से ही ठीक नहीं थे। तायी कहतीं- “कहीं कनस्तर भी बज रहा हो तो दीपू सबसे पहले तमाशा देखने वहां पहुंच जाता। तूरियों की संगत में रहकर पूरा तूरी ही बन गया है।” ताई चाहती थीं कि... Read more
…एक गांव, जिसमें हमारा बचपन होता है और एक घर, जिसे नौकरी में रहते या सेवानिवृत्ति के बाद हम बनाते हैं। कुछ खेत और उनके बीच से बची गुजरती पगडंडियां, जो हमारी सबसे खूबसूरत संपत्ति होती ह... Read more