पालमपुर। भाजपा के राष्ट्रीय नेता एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए पंजाब में ‘आप’ सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत मान की खुलकर तारीफ कर सबको हैरान कर दिया। उन्होंने यह तारीफ ऐसे समय में की है जब कुछ ही माह में प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और आम आदमी पार्टी (आप) यहां प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभर रही है।
शांता कुमार ने अपने बयान में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक अत्यन्त साहस भरा कदम उठाते हुए अपने ही स्वास्थ्य मंत्री को जेल भिजवाने का ऐतिहासिक काम किया है। इस साहसिक कार्य के लिए उन्हें बहुत- बहुत बधाई।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार देश का सबसे बड़ा शत्रु है। सब कुछ होते हुए भी देश के करोड़ों लोग भुखमरी की हालत में और सुविधाओं से इसीलिए वंचित रहते है, क्योंकि देश में भ्रष्टाचार है। यदि यहां भ्रष्टाचार न होता तो भारत आज स्वर्ग की तरह होता।
शांता कुमार ने कहा भ्रष्टाचार महापाप है। इसको मिटाने का काम बहुत बड़ी देशभक्ति और पुण्य का काम है। ऐसा अच्छा काम कोई भी करे उसकी प्रशंसा होनी चाहिए। भ्रष्टाचारी अपनी ही पार्टी में हो तो उसका भी विरोध करने की हिम्मत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सिंघला करोड़पति हैं। 6 करोड़ से अधिक उनकी सम्पत्ति है, परन्तु पैसों का पागलपन अब उन्हें जेल में ले गया। भ्रष्टाचार के प्रति रत्ती भर भी सहन न करने की नीति होनी चाहिए।
शांता कुमार ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी के एक राष्ट्रीय अध्यक्ष लाखों रुपये रिश्वत लेते हुए कैमरे में पकड़े गये थे, उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा था। उसके बाद राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में मैंने कहा था कि उस घटना से लाखों कार्यकर्ताओं के सिर शर्म से झुके हैं। उनका त्यागपत्र ही काफी नहीं, उन्हें अतिशीघ्र पार्टी से निकाल देना चाहिए। आडवानी जी मुझसे नाराज हुए, परन्तु अटल जी ने हाथ के इशारे से यह कहने के लिए मुझे शाबाशी दी थी। मुझे प्रसन्नता है कि मैंने जीवन भर कहीं पर भी भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया। भले ही उसके लिए मुझे बड़ा मूल्य भी चुकाना पड़ा।”
उन्होंने पूरे देश के नेताओं से कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने जो शानदार साहस का काम किया है सब उसकी प्रशंसा ही न करे, उसी की तरह भ्रष्टाचार को उखाड़ फैंकने का साहस भी दिखायें।