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ये कहते हैं- सारा कसूर कोर्ट का

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी डेरा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम के समर्थन में खुल कर सामने आ गई है। वह पंचकूला में हुए नरसंहार के लिए सीबीआई की विशेष अदालत को ही दोषी ठहरा रही है। भाजपा सांसद साक्षी महाराज, सुब्रमण्यम स्वामी के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी शनिवार को मीडिया से एक अनौपचारिक बातचीत में कह दिया कि पंचकूला में हुई हिंसा के लिए कोर्ट ही जिम्मेदार है।

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इसी बीच बलात्कारी बाबा राम रहीम की तथाकथित पुत्री हनी प्रीत ने भाजपा पर धोखा देने का आरोप लगाया है। हनी प्रीत ने एक दैनिक सांध्य को दिए बयान में कहा, “चुनाव के समय भाजपा ने एक डील के तहत भरोसा दिया था कि डेरा प्रमुख के खिलाफ दर्ज सारे केस वापस लिए जाएंगे, लेकिन बाद में ऐसा नहीं हुआ। हमारे साथ धोखा हुआ है।”

पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम के बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने और इस पर बाबा के भक्तों द्वारा किए गए हिंसक हंगामे के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश के उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने प्रतिक्रिया दी,“ यह भारतीय संस्कृति को बदनाम करने की एक साजिश है। कोर्ट ने केवल एक महिला को सुना, जबकि राम रहीम के करोड़ों अनुयायियों को अनसुना कर दिया, जो उन्हें भगवान मानते हैं।” उन्होंने धमकाने वाले लहजे में कहा, “अब अगर कोई बड़ी घटना होती है तो उसकी जिम्मेदार कोर्ट होगी, न कि डेरा समर्थक।”

माना जा रहा था कि अदालत की इस स्पष्ट अवमानना के लिए भाजपा हाई कमान साक्षी महाराज को पार्टी से बाहर करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, बल्कि पूरी भाजपा ही राम रहीम के साथ ही खड़ी नजर आई। भाजपा के एक अन्य सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, “यह साधु- संतों के लिए एक बड़ा खतरा है। बाबाओं को जेल भेज कर आश्रमों को संपत्ति पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।” सुब्रमण्यम स्वामी सलाह देते हुए कहते हैं, “ साधु- संतों को तुरंत अपने उत्तराधिकारियों की घोषणा कर देनी चाहिए ताकि इस स्थिति से बचा जा सके।”

मीडिया और देशवासी भाजपा हाईकमान से इस मामले में कोई सकारात्मक टिप्पणी की उम्मीद कर रहा था, लेकिन शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यह कह कर पार्टी की मंशा साफ कर दी, “ डेरा प्रमुख राम रहीम के भक्तों द्वारा पंचकूला में की गई हिंसा के लिए हरियाणा सरकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। इस मामले में दोषी यदि कोई है तो वह जज हैं, जिसने हिंसा की आशंकाओं के बावजूद बाबा के खिलाफ फैसला सुना दिया।”

इससे पूर्व चंडीगढ़ और हरियाणा हाईकोर्ट ने पंचकूला में हिंसा होने देने के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर लताड़ लगाई। अदालत ने कहा, ”राष्ट्रीय एकता और कानून व्यवस्था सबसे ऊपर हैं। हम एक राष्ट्र हैं, किसी पार्टी का राष्ट्र नहीं हैं, नेताओं को समझने की जरूरत है कि राष्ट्र एक है। प्रधानमंत्री भारत का होता है, बीजेपी का नहीं, मुख्यमंत्री राज्य का है, बीजेपी का नहीं।”

एचएनपी सर्विस

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