मंडी। हिमाचल पथ परिवहन निगम की मंडी-शिमला सुपरफास्ट बस में वीरवार को लोगों को छाते खोल कर सफर करना पड़ा। परिवहन निगम ने भरी बरसात में इस रूट के लिए ऐसी बस दे दी, जिसकी सारी छत टपकती है। इस मंडी-शिमला सुपर फास्ट बस, जिसे नॉन स्टॉप बस का नाम भी दिया गया है, में वीरवार सुबह सवारियों को छाते तान कर सफर करना पड़ा और जिन बदनसीब लोगों के पास छाते नहीं थे, वे सारी राह भीगते रहे। बस की पूरी छत टूटी हुई थी, जिससे वर्षा का सारा पानी अंदर टपक रहा था। बस के रैक भी टूटे हुए थे, जिन्हें किसी तरह कपड़ों से बांध रखा था।
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सुबह पौने 6 बजे जब लोग इस बस (एचपी 67-2303) में शिमला जाने के लिए सवार हुए, उस समय बारिश हो रही थी। बस में बैठते ही लोग यह देख कर हैरान रह गए कि उसकी पूरी छत टपक रही थी। सवारियों ने इस बारे में चालक व परिचालक से पूछा तो बताया गया कि मंडी के लिए यह बस स्पेशल दिल्ली से आई है। सवारियों ने बस की हालत के बारे में तुरंत परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक रघुवीर सिंह से भी बात की, मगर वे भी मौके पर कुछ नहीं कर पाए। अंतत: सवारियों को उसी हालत में छाते तान कर शिमला के लिए रवाना होना पड़ा।
इस बस में माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव भूपेंद्र सिंह भी अन्य वामपंथी नेताओं-जगदीश ठाकुर, टेक सिंह, बिहारी लाल, महेंद्र सिंह, सुरेश सरवाल आदि के साथ बैठे थे। वे शिमला में विधानसभा चुनाव के लिए थर्ड फ्रंट (हिमाचल लोकतांत्रिक मोर्चा) के गठन के संबंध में बुलाई गई बैठक में भाग लेने के लिए जा रहे थे।
माकपा के जिला सचिव भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार और परिवहन मंत्री सैकड़ों नई बसें खरीदने और परिवहन निगम की हालत में सुधार के दावे बढ़ चढ़ कर कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता किसी से भी छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब लंबे रूटों पर चलने वाली सुपरफास्ट बसों के ही यह हाल है तो पिछड़े दूरस्थ क्षेत्रों में क्या होंगे, इसका अंदाजा सहेज लगाया जा सकता है। बस में बैठी सभी सवारियां सरकार को कोसती नजर आईं।