मुंबई। विख्यात अदाकारा श्रीदेवी के आकस्मिक निधन से लेकर उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने और अंतिम संस्कार तक की लंबी प्रक्रिया ने बोनी कपूर परिवार के आपसी रिश्तों की कड़वाहट समाप्त कर दी। खासकर बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर जिस तरह शोक की इस घड़ी में अपने परिवार का साथ खड़े रहे, उसकी हर जगह चर्चा हो रही है।
अर्जुन कपूर, बोनी की पहली पत्नी मोना शौरी कपूर से बेटे हैं और श्रीदेवी उनकी सौतेली मां थीं। इसी कारण श्रीदेवी से उनके रिश्ते अच्छे नहीं थे।
बोनी कपूर ने वर्ष 1983 में मोना से शादी की थी, 1985 में अर्जुन कपूर का जन्म हुआ और 1987 में उनकी बहन अंशुला का, लेकिन कुछ ही वर्षों बाद बोनी और श्रीदेवी इतने करीब आ गए कि दोनों ने साल 1996 में शादी कर ली।
ये सभी जानते हैं कि सौतेली मां श्रीदेवी के साथ अर्जुन के कैसे रिश्ते रहे। वो श्रीदेवी के बारे में कहते थे कि वो उनके पिता बोनी कपूर की पत्नी हैं, उनकी मां नहीं। जब उनसे सौतेली बहनों- जाह्नवी और खुशी कपूर के साथ रिश्ते के बारे में पूछा गया तो भी उन्होंने कहा कि उनसे कोई रिश्ते नहीं हैं।
लेकिन श्रीदेवी के निधन के वक्त अर्जुन कपूर जिस तरह से अपने पिता और सौतेली बहनों के साथ खड़े रहे, वो काबिल-ए-तारीफ़ है और बोनी ने उनकी तारीफ करने में जरा देर नहीं लगाई।
श्रीदेवी के अंतिम संस्कार के बाद जारी बयान ने बोनी ने कहा, ”मैं खुशक़िस्मत हूं कि मुझे अर्जुन और अंशुला का साथ और प्यार मिला, जो मेरे, खुशी और जाह्नवी के लिए मजबूती के स्तंभ रहे हैं। हमने एक साथ बतौर एक परिवार इस असहनीय घटना को झेलने की कोशिश की है।”
अर्जुन और अंशुला दुख की इस घड़ी में वाकई हर पल अपने पिता के साथ खड़े नजर आए। जब श्रीदेवी का निधन हुआ तो बोनी दुबई में मौजूद थे, लेकिन अर्जुन कपूर लुधियाना में थे जहां उनकी एक फिल्म की शूटिंग चल रही थी।
इस बात की जानकारी मिलते ही वो लुधियाना से दुबई रवाना हुए और उसके बाद लगातार बोनी के साथ नजर आए। इसके अलावा अंशुला भी बोनी के दुबई से मुंबई लौटने के बाद लगातार अपने परिवार के साथ रहीं।