केलांग (लाहौल-स्पीति)। लाहौल घाटी में जवाहर लाल नेहरू सोलर मिशन के तहत लोगों को उपलब्ध कराए गए सोलर पैनल मात्र एक
हिम ऊर्जा विभाग ने गत वर्ष अक्तूबर-नवंबर माह में लोगों को जवाहर लाल नेहरू सोलर मिशन के तहत यह सोलर पैनल उपलब्ध कराए थे। बीस-बीस हजार रूपये मूल्य के ये सोलर पैनल ग्रामीणों को 90 प्रतिशत उपदान पर तीन-तीन हजार रूपये में उपलब्ध कराए गए थे।
पंचायतों की मांग पर हिम ऊर्जा विभाग ने लाहौल के रानिका, तांदी, कारदांग, कोलंग और दारचा में 232 सोलर पैनल लोगों को दिए, जिनमें आज शायद ही कोई चल रहा होगा। हर ओर से रिपोर्ट यही आ रही है कि सारे सोलर पैनल बंद पड़े हैं।
रानिका पंचायत के निरमल चंद, राजन, सुशील, निरमल नाग और प्रताप ने बताया कि उनकी पंचायत में 56 सोलर पैनल लगे हैं। इनमें आज सभी अब बंद पड़े हैं। एक हफ्ते बाद ही यह सिस्टम जवाब दे गया। कारदांग और दारचा पंचायत में भी सभी सोलर पैनल खराब पड़े हैं। उपभोक्ताओं ने बताया कि इस बारे में हिम ऊर्जा विभाग से शिकायत की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
हिम ऊर्जा परियोजना अधिकारी पीडी चौधरी ने पूछने पर मीडिया को बताया कि मामला उनके ध्यान में है। इस बारे में संबंधित कंपनी को अवगत करवा दिया है। कंपनी के सीनियर मैनेजर ललित बल्लानी कहते हैं कि सोलर पैनल के पीसीबी कार्ड में दिक्कत आई होगी। रोहतांग मार्ग खुलने के बाद ही इन्हें ठीक किया जा सकता है।
लाहौल घाटी में हफ्ते बाद ही बुझ गए सोलर पैनल
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