राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बना चुके जगत प्रकाश नड्डा के इन दिनों एकाएक हिमाचल प्रदेश में सक्रिय हो जाने से यहां भाजपाई समीकरणों में भारी फेरबदल की भविष्यवाणियां की जा रही हैं। मूल रूप से बिलासपुर के वासी जेपी नड्डा ने हिमाचल की राजनीति में वर्ष 1993
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संजीव शर्मा– काफी चर्चा है..प्रदेश वापसी कब हो रही है…?
जेपी नड्डा– मोदी जी ने मुझे देश के स्वास्थ्य का जिम्मा सौंपा है। उस दिशा में लगातार बेहतर करने का प्रयास कर रहा रहा हूं। मैं एक कार्यकर्ता ही हूं. नेतृत्व ने जो काम सौंपा, करता आया हूं। जो काम सौंपा जायेगा, उसे करूंगा..इससे ज्यादा कुछ नहीं। हां, प्रदेश की बेहतरी के लिए जो जरूरी होगा, किया जायेगा।
संजीव शर्मा– स्वस्थ भारत को किस तरह अंजाम दे रहे हैं..?
जेपी नड्डा– अस्पतालों की व्यवस्था से सम्बंधित सात मानक तय किये गए हैं। बेहतर करने वाले परिसरों को दस लाख से पांच करोड़ तक का ईनाम रखा गया है। योजना का असर सामने आया है। आगे और बेहतर होगा।
संजीव शर्मा– प्रदेश के स्वास्थ्य का ख्याल किस तरह से रख रहे हैं?
जेपी नड्डा– तीन मेडिकल कालेज शुरू होने वाले हैं। हमीरपुर में ज़मीन का मसला जल्द सुलटा लिया जायेगा। एम्स का काम अगले छः माह में नज़र आने लगेगा। राज्य सरकार से कहा गया है कि पेंडिंग डीपीआर जल्द भिजवाएं ताकि काम की गति बढ़ाई जा सके।
संजीव शर्मा– राज्य सरकार का सहयोग मिल रहा है..?
जेपी नड्डा– उतना नहीं जितना चाहिए, राज्य सरकार की स्पीड धीमी है। मोदी सरकार की विकास की स्पीड बहुत ज्यादा है। जितना मांगेंगे उतना हम देने को तैयार हैं। हिमाचल के विकास में कोई कमी नहीं रखेंगे।
संजीव शर्मा– आपने जीएस बाली को ऑफर क्या दिया कि हड़कंप मचा हुआ है। तो क्या पार्टी असम फार्मूले पर चल रही है।?
जेपी नड्डा– हमें पार्टी का व्यास बढ़ाना है। इसके लिए जो भी आना चाहेगा, उसका स्वागत है। लेकिन अंतिम फैसला गुण दोष के आधार पर ही होगा।