बद्दी । औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के ईएसआईसी मॉडल अस्पताल काठा में दो घंटे तक रजिस्ट्रेशन बंद रहने के कारण मरीजों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी करने वालों में अधिकांश श्रमिक थे, जिन्हें उपचार कराने के लिए कंपनियों से मात्र एक घंटे का गेट पास मिलता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल के ओपीडी रजिस्ट्रेशन सिस्टम में खराबी आ गई थी और मरीजों की लंबी लाइन होने के बावजूद प्रशासन ने मैनुअल रजिस्ट्रेशन की कोई व्यवस्था नहीं की। मरीज दो घंटे तक लाइन में लगे रहे और अंतत: उनका गुस्सा फूट पड़ा। भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मेला राम चंदेल व इंटक के जिला उपाध्यक्ष कमल काठा ने अस्पताल के उच्चाधिकारियों से बातचीत की। प्रशासन ने जल्द पंजीकरण शुरू करने का आश्वासन दिया तब जाकर श्रमिक शांत हुए।
श्रमिकों राजीव, कपिल शर्मा, राम कुमार, राज कुमार गौतम, राजू भारद्वाज, हरविंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, रणजीत सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें ं कंपनी से उपचार के लिए मात्र एक घंटे का गेट पास मिलता है। वे सुबह से रजिस्ट्रेशन के लिए खड़े थे। अस्पताल प्रशासन ने यह कहकर रजिस्ट्रेशन बंद कर दी की कंप्यूटर में खराबी आ गई है। मरीजों ने उनसे मैनुअल रजिस्ट्रेशन के लिए कहा तो वहां तैनात कर्मचारियों व कुछ डाक्टरों ने उनके साथ कथित रूप से बदसलूकी की।
वहीं अस्पताल में कार्यरत कुछ डाक्टरों का भी कहना था कि श्रमिकों ने उनके साथ बदसलूकी की, जिसकी जानकारी उन्होंने उच्चाधिकारियों को दे दी है। अस्पताल के उप चिकित्सा निरीक्षक डा. अरुण गुप्ता ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतें उनके पास आई हैं। मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी।