नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने झुग्गीवासियों को निहाल कर दिया। सरकार ने ‘स्लम फ्री दिल्ली’ अभियान के तहत करीब 5000 झुग्गी वालों को नए बने प्लैट्स में शिफ्ट कर दिया। फ्लैट्स के कागज मिलने पर बुजुर्ग और महिलाएं खुशी में रो पड़े। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अब वे पक्के मकान के मालिक हो गए हैं। उनका कहना था कि अभी तक उनकी झुग्गियों पर केवल बुलडोजर ही चलते थे, जिस कारण उन्हें यहां से वहां विस्थापित होते रहना पड़ता था।
झुग्गियां छोड़ कर नए पक्के फ्लैट्स में रहने आए लोगों ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि दिल्ली सरकार की बदौलत अब वे सम्मानजनक जीवन जी पा रहे हैं। वे अब मेहमानों को भी घरों में बुला सकते हैं, जबकि पहले वे इससे बचते थे। समाज में उनका रुतवा अब पहले से अधिक बढ़ गया है। केजरीवाल सरकार की निकट भविष्य में ही झुग्गीवासियों को ऐसे 50,000 मकान बनाकर देने की योजना है, जिस पर तेजी से काम चल रहा है।
दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आवास वितरण के अवसर पर कहा- “हमारे देश में शहरों की प्लानिंग के समय केवल आलीशान भवनों की ओर ही ध्यान दिया जाता है। यह नहीं सोचा जाता कि वहां रेहड़ी- फड़ी वाले, अखबार बेचकर गुजारा करने वाले, साइकिलों में पंचर लगाने वाले आदि कहां रहेंगे? समाज में इनका बहुत महत्व है, लेकिन इनके रहने के लिए कोई प्लानिंग नहीं की जाती। शहरों में झुग्गियां इसी का नजीता है।” उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को स्लम फ्री बनाने का फैसला लिया है, जिस पर तेजी से काम चल रहा है। शीघ्र ही झुग्गियों में रहने वालों के लिए 50,000 मकान बनाकर अलाट किए जाएंगे।