नई दिल्ली। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार का स्वाधीनता दिवस का भाषण दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो (एआइआर) ने प्रसारित करने से इन्कार कर दिया। देश के इतिहास में शायद यह पहली घटना है, जिसकी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कड़ी निंदा की है। दूरदर्शन और एआइआर के अधिकारी कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे निर्वाचित मुख्यमंत्री समेत विपक्ष की आवाज को खामोश करने के लिए निर्देश दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दूरदर्शन भाजपा- आरएसएस की निजी संपत्ति नहीं है तथा केंद्र सरकार का यह व्यवहार निंदनीय है। उन्होंने राष्ट्रीय प्रसारणकर्ताओं के इस कदम को अलोकतांत्रिक, निरंकुश और असहिष्णु करार दिया
त्रिपुरा की माकपा सरकार ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि 12 अगस्त को दूरदर्शन और एआइआर ने मुख्यमंत्री का भाषण रिकॉर्ड किया था, लेकिन सोमवार शाम 7 बजे एक पत्र के जरिये मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित किया गया कि माणिक सरकार के संबोधन को तब तक प्रसारित नहीं किया जा सकता जब तक वे उसे दोबारा नहीं लिखते।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के एक भी शब्द में बदलाव करने से इन्कार कर दिया। माणिक सरकार का यह भाषण मंगलवार को प्रसारित किया जाना था, लेकिन इस पर रोक लगा दी गई। माकपा ने उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है जो इस प्रसारण को रोकने के लिए जिम्मेदार हैं।
उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा में पिछले करीब 24 वर्षों से माकपा का एकछत्र शासन है तथा माणिक सरकार वहां वर्ष 1998 से लगातार मुख्यमंत्री चुने जाते रहे हैं। भाजपा इन दिनों माकपा शासित राज्यों में घुसपैठ के लिए कड़ा संघर्ष कर रही है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के भाषण का प्रसारण दूरदर्शन और रेडियो में रोका जाना भी इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है।